रायपुर। लॉकडाउन के दौरान पुलिस के जवानों ने खुद की जिंदगी की परवाह किए बगैर लोगों की हर संभव मदद करने हर वक़्त तत्पर रहे. प्रदेश के ऐसे ही 8 जवानों को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी स्पेशल रिपोर्ट में स्थान देकर उन्हें सम्मानित किया है, जिनमें जगदलपुर सीएसपी हेमसागर सिदार के अलावा बिलासपुर कोतवाली थाना प्रभारी कलीम खान, टीआई अनिल शर्मा, टीआई भारत बरेठ, निरीक्षक गौरव तिवारी, आरक्षक रिंकु गुप्ता और अनुपमा कपूर का नाम शामिल है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान पुलिस को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया पर शोध किया था, जिसमें पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया. इसे पुलिस अनुसंधान और अपराध ब्यूरो की ओर से कोविड-19 महामारी के दौरान संघर्ष में भारतीय पुलिस की भूमिका को लेकर जारी बुकलेट जारी में स्थान दिया गया. सूची में शामिल पुलिस के जवानों ने लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग स्तर पर लोगों की मदद करने के साथ कोरोना के संक्रमण के खतरे को कम करने में महती भूमिका निभाई..

हेमसागर सिदार, सीएसपी, जगदलपुर

जगदलपुर सीएसपी हेमसागर सिदार का नाम सूची में पहले स्थान पर है. इसकी वजह भी है. मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में पीलिया, मलेरिया और डेंगू से 23 अप्रैल को रणघीर सिंह की मौत हो गई थी, वह बिहार नालंदा के रहने वाले थे. लॉकडाउन की वजह से परिजनों ने शव लेने में असमर्थता जताई. जिसके बाद सीएसपी हेमसागर और उनकी टीम ने रणधीर सिह का अंतिम संस्कार करया और इसकी ऑनलाइन फ्टेज भी परिजनों को उपलब्ध कराने का काम किया, जो पूरे देश में चर्चा का विषय बना.

कलीम खान, थाना प्रभारी, बिलासपुर कोतवाली
कोतवाली थाना प्रभारी कलीम खान ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनकी टीम 40 दिनों तक थाना परिसर में ही रही. इस दौरान उन्होंने घर से दूर हॉस्टल में रहने वाले बच्चों के बारे में सोचा,अकेली रहने वाली छात्राओं को सुरक्षित घर भेजने की व्यवस्था की, भोजन और राशन के लिए एनजीओ की मदद ली गई, जागरूकता के लिए अलग-अलग मोहल्लों में लोगों की टीम बनाई. इसमें लोगों को जोड़कर घरों में रहने प्रेरित किया गया. साथ ही मॉर्निंग वॉक करने वालों को योगासन की जानकारी दी गई. उन्हें घर में ही रहकर फिटनेस बरकरार रखने आसन सिखाया गया.

भारत बरेठ, टीआई, आमानाका थाना, रायपुर
राजधानी रायपुर के आमानाका थाना में पदस्थ टीआई भारत बरेठ ने कोरोना काल में बड़ी संख्या में दूसरे प्रदेश से आने वाले छत्तीसगढ़ के मजदूरों के अलावा रायपुर से दूसरे प्रदेशों को जा रहे मजदूरों को भोजन, नाश्ता-पानी की व्यवस्था कराई, बीमारों को अस्पाल पहुंचाया. ड्रोन के जरिए सैनिटाइज का काम किया. कोरोना रथ, शार्ट फिल्म के जरिए लोगों को जागरूक करने का काम किया. भारत बरेठ के कार्यों की आम लोगों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ताओं और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी प्रशंसा की है.

अनिल शर्मा, टीआई, लोहारा थाना, कबीरधाम
मूलतः चकरभाठा कड़ार के रहने वाले अनिल शर्मा ने ही दो रोटी ध्त बेजुबानों के नाम की मुहिम आर ज चलाई, जिसके जरिए सड़कों पर हाँ ऑकराउन की वजह से भूखे रह है 1 दिया जा गया. उन्होंने महिलाओं के प्रति हो रहे रेल हिंसा को रोकने के लिए चुप्पी तोड़ों अभियान चलाया, उनके लिए हेल्पलाइन जम्बर शुरू किया. इसके अलावा कौबिड-19 फाइटर्स तेयार किए ओर इनके जरिए लोगों को घरों में ही रहें, इसके लिए बेस्ट सेल्फी मुहिम चलाई. बेहतर सेल्फी पर खुद घर जाकर लोगों को पुरस्कृत किया.

गौरव तिवारी निरीक्षक, साइबर सेल, दुर्ग
दुर्ग साइबर सेल में निरीक्षक गौरव तिवारी ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर में रहने के लिए पेट्रॉलिग के जरिए सन्देश दिए, इनडोर गेम के लिए लोगों को प्रेरित किया. फेसबुक लाइव किया, कर. अधिकारियों को लोगों के बीच सोशल खो मोडिया के माध्यम तक पहुंचाया ओर है उनके जागरूकता भरे सन्देश लोगों को दिए, इनडोर गेम के अलावा प्रतियोगिताएं करें और उन्हे पुरुष्कृत भी किया, ताकि लोग घरों पर ही रहें.

विशाल कुजूर, निरीक्षक, जशपुर
जशपुर पुलिस में कुनकुरी थाना में पदस्थ निरीक्षक विशाल कुजूर ने लॉकडाउन के दौरान जिम्मेदारियों से इतर भी लोगों की परेशानियों को देखते हुए बढ़-चढ़ कर कार्य किया. शहीद परिवार के लिए लॉकडाउन में राशन सामग्री पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाई. उनके लिए सहयोगियों के जरिए राशन की व्यवस्था के अलावा सेनेटाइजर, मास्क व अन्य सामग्री की व्यवस्था कराई. यही नहीं झारखंड में ढाबा में काम कर रहे बस्तर के चितोड़ा गांव में रहने वाले युवक को लॉकडाउन के दौरान घर वापसी में पैसा लूटे जाने के बाद पैसे की व्यवस्था कर उसके घर तक पहुंचने की भी व्यवस्था कराई.

रिंकु मुप्ता आरक्षक, रामानुजगंज
रामानुजगंज में आरक्षक के पद पर पदस्थ रिंकु गुप्ता ने लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से आ रहे राहगीरों और मजदूरों के लिए वाहनों की व्यवस्था कराई. उनके लिए भोजन इत्यादि उपलब्ध कराया. साथ ही साथ जरुरी चिकित्सा सेवा भी दिलाई. आरक्षक ने लोगों को जागरूक करने के अलावा दूसरे जगह फंसे लोगों की भी मदद की. केंद्रीय गृह मंत्रालय के स्पेशल रिपोर्ट में इन्हीं कार्यों की वजह से प्रदेश के आठ पुलिस कर्मियों में स्थान मिला.

अनुपमा कपूर, आरक्षक, बलरामपुर
बलरामपुर पुलिस में महिला आरक्षक अनुपमा कपूर अपने जनहित के कार्यों को लेकर हमेशा प्रशंसा बटोतरी रही हैं. लॉकडाउन के दौरान उन्होंने जरूरतमंदों को जरूरी सामग्रियां पहुंचाने का काम किया. इसके अलावा महिला सम्बन्धी अपराधों को लेकर लोगों को जागरूक किया. कई टूटते परिवारों को समझाइश देकर टूटने से बचाया. अनुपमा कपूर ये इन्हीं कार्यों ने उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय के स्पेशल रिपोर्ट में स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई. इस सम्मान से अब उम्मीद की जा रही है कि वे अपने कार्यों को और ज्यादा शिद्दत से अंजाम देंगी.