सक्ती। साइबर ठगी से बचने और यातायात नियमों की जानकारी देने के लिए सक्ती पुलिस की ओर से स्कूलों में अभियान चलाया जा रहा है। इसमें बच्चों को साइबर फ्राड से बचने की जानकारी दी जा रही है। छात्रों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के बारे में बताया जा रहा है। जिला पुलिस की ओर से नई पहल करते हुए खाखी किड्स के जरिए स्कूलों में बच्चों को साइबर बडी और ट्रैफिक बडी बनाया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने कहा है कि आज के बच्चे ही कल का जिला बनाएंगे। साइबर फ्राड बचने के लिए यदि एक बच्चा जागरूक होगा तो वो अपने परिवार, पड़ोस, मोहल्ले और गांव को भी जागरूक करेगा। इस स्थिति में साइबर फ्रॉड करने वाला ठगी करने का प्रयास करेगा तो बच्चे अपने माता पिता, पड़ोसी को बता सकते हैं की यह “फ़ेक है”। क्योंकि आजकल टेक्नोलॉजी के बारे में मां-पिता अपने बच्चों से ही जानकारी लेते हैं।

पुलिस के इस अभियान के दौरान बच्चों को साइबर फ्राड से बचने के लिए शप​थ दिलाई गई।

मैं शपथ लेता हूं कि मैं अपने परिवार रिश्तदारों और दोस्तों को साइबर फ्राड और ऑनलाइन होने वाली सभी फ्राड से बचाऊंगा/बचाऊंगी।

किसी भी व्यक्ति को जान कर अनजाने में otp नहीं देना।
किसी भी अनजान के साथ अपनी फोटो शेयर न करना और दोस्ती न करना।
लालच में न पड़े कुछ भी फ्री नहीं है ऐसे कॉल से सावधान रहे।
एप स्टोर से ही एप और गेम डाउनलोड करे।
अनचाहे लिंक में कदापि क्लिक न करें, फोन हेक होगा।
टेलीग्राम और शेयर ट्रेडिंग से सावधान।

वहीं यातायात नियमों का पालन करने की भी बच्चों ने शपथ ली।

मैं शपथ लेता हूं की मैं अपने परिवार रिश्तदारों और दोस्तों को ट्रैफिक ऐक्सीडेंट से बचाऊंगा/बचाऊंगी।
गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करे।
शराब सेवन कर वाहन न चलाए, लोगों को भी समझाए।
चारपहिया वाहन चलाते समय सीटबेल्ट का उपयोग जरूरी है।
गाड़ी चलाते वक्त किसी दूसरी गाड़ी को ओवरटेक न करे।
वाहन चलाते वक्त हेलमेट जरूर पहने।
अंत में रोचक क्विज भी रखा गया। इसमें बच्चों ने भी पुलिस का सहयोग करते हुए भारी उत्साह के साथ इनिशिएटिव को वेलकम किया।