रायपुर- रायपुर के डीकेएस सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल में हुए करोड़ों के घोटाले में पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. आज गोलबाजार पुलिस और सीएसपी जांच के लिए अस्पताल पहुंचे. जहां जिम्मेदार अधिकारी और अस्पताल अधीक्षक का बयान लिया.

इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता पर डीकेएस सरकारी सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल में सरकारी पद पर रहते हुए लगभग 50 करोड़ रुपए के घोटाला करने का आरोप वर्तमान अधीक्षक कमल किशोर सहारे ने लगाया है. पुनीत गुप्ता पर नियुक्ति में धांधली करने, फर्जी खरीदी करने और झूठी ऑडिट रिपोर्ट पेश कर करोड़ों रुपए व्यय करने के मामले में आरोपी बनाया गया है.

रायपुर के डीकेएस सरकारी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पैथोलॉजी लैब में मनमानी करने और अस्पताल में टेंडर गलत तरीके से जारी किया गया है, इसका खुलासा शासन द्वारा गठित जांच दल की रिपोर्ट में हुआ है.

वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए अधीक्षक कमल किशोर सहारे ने बताया कि पैथोलॉजी का आउटसोर्सिंग कर हॉस्पीटल में स्थापित किया है. पैथोलॉजी में लगातार कोई मरीज एक जांच के लिए जाता था तो वहां जबरन दो तीन और जांच करने की शिकायत मिल रही थी. शिकायत के आधार पर नोटिस दिया गया था, लेकिन मनमाने तरीके से काम नहीं रूकने पर प्रशासन ने तीन सदस्यी जांच टीम गठित किया था. जिसने रिपोर्ट सौंप दिए है.

जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार पैथोलॉजी में निविदा के अनुमानित मूल्य का उल्लेख नहीं है. ईएमडी की राशि से की गई गणना अनुसार निविदा की अनुमानित लागत 10 करोड़ है, इसकी बाजार मूल्य से तुलना नहीं की गई, डीएसके में पैथोलॉजी सेवा के लिए केवल एक निविदाकार द्वारा भाग लिया गया. ऐसे स्थिति में फिर से निविदा किया जाना था, लेकिन इस नियम का पालन नहीं किया गया.