राजनांदगांव। ‘ऑपरेशन मुस्कान’ ने एक नहीं बल्कि 18 परिवारों में मुस्कान लौटाई है, जिनके गुम नाबालिक बच्चों की तलाश कर राजनांदगांव पुलिस ने उनके सुपर्द किया है. पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम के मार्गदर्शन में अगस्त में 3 बालक, 12 बालिकाओं के साथ दीगर जिले के 3 बालिकाओं को उनके माता-पिता के सुपुर्द किया गया.

इसके साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम ने राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ई-कॉमर्स ऑन-लाइन शॉपिंग कंपनी मैनेजरों और कुरियर संचालकों की बैठक ली. इस दौरान पिस्टल, लाइटर गन, आर्टिफिसियल पिस्टल, पेपर-स्प्रे और चाकू के ऑनलाइन ऑर्डर व डिलवरी किए गए सामान की जानकारी ली गई, साथ ही डिलवरी ब्वायों का पुलिस वेरिफिकेशन करने के बाद काम पर रखने की हिदायत दी गई.

बैठक में ई-कॉमर्स ऑन-लाइन शॉपिंग संस्थानों-दुकानों के संचालकों व मैनेजरों को बताया गया कि ऐसे सामान से समाज में हिंसा व भय का वातावरण स्थापित होता. उसे तत्काल रोके जाने के लिए सहयोग की जरूरत है.

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बैठक में राजनांदगांव नगर पुलिस अधीक्षक लोकेश देवांगन, थाना प्रभारी ठेलकाडीह सतीश पुरिया, प्रभारी सायबर सेल सहायक उप निरीक्षक द्वारिका प्रसाद लाउत्रे एवं सायबर सेल की टीम व जिले के विभिन्न शहरों से अमेजन, ब्लू डॉट, डेलीवेरी, इन्सटा कार्ट, एक्सप्रेस बीज, माइत्रा, ई-कॉम. एक्सप्रेस, डीटीडीसी कुरियर सर्विस आदि कुल 15 संस्थाओं/दुकानों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए.