पंजाब. अपनी मांगों को लेकर CM भगवंत मान के संगरूर स्थित आवास के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे मजदूरों पर पुलिस ने बुधवार को लाठीचार्ज कर दिया. ये सभी मजदूर भारतीय खेत मजदूर यूनियन की अगुआई में प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने सभी को खदेड़ा. जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. उधर लाठीचार्ज के बाद मजदूर संगठनों के सदस्य सीएम हाउस के पास धरने पर बैठ गए. मजदूर सरकार पर वादे से मुकरने का आरोप लगा रहे हैं.

दरअसल, मजदूर अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान के सामने अपनी बात रखना चाहते थे. सभी शांतिपूर्वक तरीके से नारेबाजी करते हुए सीएम आवास जा रहे थे. तभी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस प्रदर्शन में पंजाब भर से अलग-अलग मजदूर संगठनों के सदस्य सुबह ही संगरूर में इकट्ठा हुए. यहां से सभी ने सीएम आवास की ओर कूच किया. संगठनों ने इस प्रदर्शन की जानकारी प्रशासन को पहले से दे रखी थी. लिहाजा सीएम आवास की तरफ जाने वाले रास्ते पर भारी पुलिस बल तैनात था.

आप ने किया था मांगो का समर्थन

मजदूरों का कहना है कि चुनाव से पहले मजदूरों की मांगों का आम आदमी पार्टी (AAP) नेताओं समर्थन किया था, लेकिन मार्च-2022 में पंजाब में AAP की सरकार बनते ही इनके सुर बदल गए. मजदूरों के मुताबिक पंजाब सरकार ने अब तक उनकी मांगों पर बैठक करने का अपना वादा पूरा नहीं किया है.

लाठीचार्ज के बाद धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी

मजदूरों की प्रमुख मांगें

मजदूर संगठनों का कहना है कि उन्हें मनरेगा और खेतों में काम करने पर रोज दिहाड़ी नहीं मिलती. इसके अलावा मजदूरों की कुछ प्रमुख मांगे हैं, जिसमें-

  • कपास और धान की फसल को बारिश से हुए नुकसान के एवज में मुआवजा दिये जाने.
  • मजदूरों को सालभर में रोजगार की गारंटी दिये जाने के साथ दिहाड़ी 250 रुपए से बढ़ाकर 700 रुपये करने.
  • मजदूरों को घर बनाने-रहने के लिए पंचायती जमीन सस्ते रेट पर दिये जाने.
  • बेघर जरूरतमंद मजदूरों को घर बनाने के लिए प्लॉट दिये जाने और अलॉट प्लॉटों के कब्जे दिये जाने.
  • मजदूरों के कर्ज माफ किये जाने.
  • विधवा, बुढ़ापा और दिव्यांगों को मिलने वाली रकम बढ़ाकर 5 हजार रुपये किये जाने की मांग शामिल है.

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