योगेश यादव, बगीचा. प्रदेश में 80 थाने चिन्हाकित हैं जो सड़क दुर्घटनाओं के कारण सबसे ज्यादा संवेनशील हैं. जिसमें जशपुर जिले के पांच थाने है जो सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से संवेदनशील हैं. जशपुर जिले के बगीचा, पत्थलगांव, जशपुर, कुनकुरी, बागबहार थाने इन 80 थाने शामिल हैं. सबसे बड़ी बात की जशपुर जिले को c कैटेगरी में रखा गया है,और यह कैटेगरी F तक निर्धारित है. C कैटेगरी में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 151-200 तक होती है. इस दृष्टिकोण को लक्ष्यगत रूप से कम करने हेतु युवाओं के बीच जाकर आंकड़ो को रखा जा रहा है. साथ ही साथ डेथ स्पॉट को आंकड़ों के लिहाज से भी चिन्हांकित किया जा रहा है और वहां होने वाली दुर्घटनाओं के पीछे के कारणों को स्पस्ट किया जा रहा है.

यह भी देखा गया है कि सड़क दुर्घटनाओं में शिकार अधिकतर युवा वर्ग ही हो रहे है. निश्चित रूप से युवाओं के बीच सहभागिता को सुनिश्चित करते हुए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए एसडीओपी बगीचा पद्मश्री तंवर और बगीचा के संवेदनशील थाना प्रभारी राजेश मरई ने आज बगीचा के महाविधालय से प्रारम्भ किया है.

युवाओं को बताया गया कि जिस तरह युवाओं की भागीदारी को जागरूकता कार्यक्रम के तहत यातायात नियमों का पालन, हेलमेट पहनना, तीन सवारी प्रतिबन्धता और उसके पीछे के कारणों को स्पष्ट किया गया वो आवश्यक क्यों हैं. और इन यातायात नियमों के पालन के साथ इस स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए इन दायित्वों का निर्वहन कर समाज और परिवार का सहयोग हम कैसे कर पा रहे हैं.

फिलहाल इस जागरुकता कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर युवाओ का भी सकारात्मक प्रतिसाद देखा गया. बगीचा पुलिस का यह अभिनव प्रयोग भी एक सकारात्मक संदेश तो समाज के प्रति तो आलोकित कर ही रहा है.