गोरखपुर। सर्राफा व्यापारियों से 35 लाख रुपये का सोना-चांदी और नगदी की लूट करने वाले तीन खाखी वर्दीधारियों समेत 6 को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने में क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों में बस्ती थाना में पदस्थ दरोगा और दो सिपाही शामिल हैं जिन्होंने पुलिस की वर्दी में लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे।
इस पूरी वारदात का खुलासा करने हुए डीआईजी और एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने बताया कि इस पूरे गैंग का सरगना उप निरीक्षक धर्मेन्द्र यादव है। पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है उनमें बस्ती थाना के दरोगा धर्मेन्द्र यादव, सिपाही महेन्द्र यादव, सिपाही संतोष यादव, देवेन्द्र यादव, व्यापारियों की मुखबीरी कर सूचना देने वाले शैलेश यादव और दुर्गेश अग्रहरी शामिल हैं।
एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने बताया कि महराजगंज के निचलौल के रहने वाले सरार्फा व्यापारी दीपक वर्मा और रामू वर्मा 20 जनवरी को बस से लखनऊ जा रहे थे। इसी दौरान कैण्ट इलाके के रेलवे स्टेशन से लेकर नौसड़ के बीच में दरोगा धर्मेन्द्र यादव, महेन्द्र यादव, संतोष यादव ने इन्हें बस से उतार लिया और अवैध रूप से सोना-चांदी और रुपए होने को लेकर जांच के लिए आटो में बैठा लिया। आरोपियों ने उनके पास मौजूद सोना-चांदी और रुपए लूट कर फरार हो गए। व्यापारियों ने इसकी सूचना आलाअधिकारियों को दी। व्यापारियों के पास 35 लाख रुपए के सोना-चांदी और नकदी जिसमें 345.5 ग्राम सोना, अनुमानित कीमत 12 लाख, 4.77 किलोग्राम चंदी अनुमानित कीमत 4 लाख रुपए और 19 लाख रुपए नकद मौजूद थे।
एसएसपी के मुताबिक लूट की सूचना मिलते ही पुलिस ने सर्विलांस सीसीटीवी फुटेज की मदद से कैण्ट इलाके वर्दीधारी दरोगा धर्मेन्द्र यादव सहित तीनों बदमाशों और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इससे पहले उन्होंने 29 दिसंबर को शाहपुर इलाके में स्वर्ण व्यवसाई से लूट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट का माल और घटना में उपयोग किये गए बोलेरो को भी बरामद कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ शाहपुर और कैण्ट थाने में आईपीसी की धारा 395, 412 और 420 की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
एसएसपी ने बताया कि ड्यूटी पर गैर हाजिर रहते हुए इनके द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया गया है, ये बहुत ही जघन्य अपराध है। इनके खिलाफ गैंगस्टर के साथ एनएसए और बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जाएगी।
उधर पीड़ित व्यापारी दीपक वर्मा ने बताया कि एसआई और कांस्टेबल की वर्दीधारी पुलिस वाले उनसे बैग की छीना-झपटी करने लगे। रिवाल्वर सटाकर उन्होंने कहा कि जान से भी जाओगे और माल से भी जाओगे। आरोपियों ने उनसे रुपये लूट लिये। दूसरे व्यापारी रामू वर्मा को पकड़ लिए और बहस होने पर कोतवाली चलने को कहा। नौसड़ के पास उन्हें आटो से धक्का दिए और दूसरे व्यापारी को लेकर बनारस हाईवे की ओर चले गए। इसके बाद उन लोगों ने नौसड़ पुलिस चौकी को सूचना दिया।