चन्द्रकान्त देवांगन, दुर्ग। मानसिक रोगी चाचा ने छोटे बच्चे को चॉकलेट खिलाने के बहाने अपने पास ले गया और रात हो जाने के बाद भी वह घर वापस नहीं लौटा. बच्चे और चाचा के घर वापस नहीं लौटने से परिजन घबरा गए औऱ कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्चे और चाचा को सुबह घोर होते-होते सुरक्षित ढूंढ निकाला. पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम को बधाई भी दी.

जानकारी के अनुसार मामला दुर्ग जिले के बैजनाथपारा का है. चाचा धीरज मानसिक रुप से रोगी है औऱ उसका मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से उसका इलाज चल रहा है. बच्चे को अपने साथ लेकर फरार हो जाने से परिजन सकते में आ गए थे. लेकिन पुलिस की मेहनत आखिरकार रंग लाई.

पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडेय ने शहर और जिले में नाकेबंदी कर पेट्रोलिंग पार्टी और 112 वाहनों को सक्रिय कर दिया. धीरज के पास फोन भी था, उसे सैकड़ों बार फ़ोन किया गया, पर वह फ़ोन नहीं उठा रहा था. जांच के दौरान रात 12 बजे धीरज के भाटापारा में होने की जानकारी मिली. बच्चे के परिवार के कुछ सदस्यों को लेकर कोतवाली पुलिस की टीम तत्काल भाटापारा के लिए रवाना हुई, लोकल पुलिस को साथ लेकर 4 बजे सुबह तक बच्चे को और चाचा धीरज को सुरक्षित भाटापारा में ढूंढ निकाला गया.