राजकुमार दुबे,भानुप्रतापपुर। कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में हुए युवक की अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस में 24 घंटे के अंदर ही सुलझा लिया है. पुलिस ने हत्या मामले में मृतक के करीबी दोस्त को गिऱफ्तार किया है. हत्या की वजह आईपीएल मैच में लगाए गए सट्टे के बाद पैसे के लेन-देन का था. मृतक मनीष पांडे का शव घर की छत से बरामद हुआ था, सिर पर बैट से चोट के निशान मिले भी थे.

मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने बताया कि मृतक मनीष पांडे की 6 मई को हत्या होने के बाद कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तब पता चला कि सुबह 3 बजे मृतक के पास किसी दोस्त का फोन आया था जिस पर मृतक ने उसे घर में बुलाया और दोनों छत पर चले गए. जिसके बाद आरोपी माइकल डहरिया ने मनीष पर बैट से वार कर हत्या कर दी औऱ फोन को तालाब में फेंक दिया.

आगे पुलिस ने बताया कि मृतक IPL में सट्टा लगता था और आरोपी एजेंट था, 5 मई को मैच में मृतक 20 हजार रुपए हार गया था. जिसे आरोपी मांग रहा था. लेकिन मृतक ने मोबाइल बंद कर दिया. जिससे आरोपी परेशान हो गया और पूरी रात फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास करता रहा. सुबह 3 बजे फोन लग गया, तो आरोपी ने मृतक से कहा मैं घर आ रहा हूँ और घर पहुंच गया, फिर दोनों घर की छत पर चले गये जहाँ दोनों का विवाद हुआ और आरोपी ने मनीष की हत्या कर दी. सबूत मिटाने के उद्देश्य से मृतक मनीष का मोबाइल लेकर घटना स्थल से भानुप्रातापपुर के ही राजा तालाब में मोबाइल फेंक कर फरार हो गया.

पुलिस ने मोबाइल नम्बर ट्रेस कर आरोपी को बालोद बस स्टैंड से गिरफ्तार किया है. आज दिनभर आरोपी की निशानदेही पर तालाब में पुलिस के जवानों ने मोबाइल की खोजबीन की और मृतक का मोबाइल बरामद किया. जनरल स्टोर्स संचालक मृतक मनीष पांडे और आरोपी माइकल आपस में खास दोस्त थे. उसके पिता पुलिस विभाग में सहायक उप निरीक्षक है.