गरियाबंद। अतरमरा गोलीकांड में पुलिस ने घटना के बाद से फरार चल रहे आरोपी चिन्ना पाण्डेय को नागपुर से गिरफ्तार किया है. आरोपी की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई थी. पुलिस ने आरोपी के साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने गोलीकांड का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी गोलीकांड के बाद से फरार चल रहा था. गरियाबंद पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में लगी हुई थी. इसी बीच आरोपी के नागपुर में होने की सूचना प्राप्त हुई, जिसके बाद उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया. मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. गोलीकांड का मुख्य आरोपी चिन्ना पांडे है, जबकि दो उसके सहयोगी है, जिन्होंने उसे छुपाने और आर्थिक रूप से मदद की है.

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कुख्यात आरोपी व उसके दो सहयोगी का जुलूस निकाला.

पुलिस ने गोलीकांड में उपयोग की गई पिस्टल को बिलासपुर से बरामद कर लिया है. इसके अलावा दो वाहन और 30 हजार नगदी भी बरामद की गई है. आरोपी चिन्ना पांडे कोरबा की पुरानी बस्ती ब्राह्मण पारा का निवासी है, जबकि उसका सहयोगी ताराचंद सरायपाली के लोहारीडिपा और दूसरा सहयोगी मनीष यादव सागरपाली का निवासी है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी चिन्ना पांडे कुख्यात अपराधी है, जिसके खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में 21 प्रकरण दर्ज है. आरोपी पर एक पुलिसकर्मी की हत्या का भी आरोप है.

क्या हुआ था अतरमरा में

पुलिस जानकारी के अनुसार, आरोपी चिन्ना पांडे अतरमरा के एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. यहां उनका सामना सन्नी शर्मा से हुआ, जिससे आरोपी की पुरानी रंजिश थी. सन्नी को देखकर वह तैश में आ गया और बगल में रखी पिस्टल निकालकर उसे गोली मार दिया, जिससे वह जख्मी हो गया.

गोलीकांड के बाद फरार

वारदात के समय शादी परिवार के सदस्य बारात में जा चुके थे. गिने-चुने लोग ही घर में मौजूद थे. आरोपी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया था. पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी की पतासाजी में जुटी हुई थी. गोलीकांड के 10 दिन बाद पुलिस ने आरोपी को घर दबोचा है.