रायपुर। कोरोना लॉकडाउन के दौरान समाज के कई चेहरे देखने को मिल रहे हैं, ऐसा ही वाकया राजधानी में गुरुवार को देखने को मिला, जब नि:संतान बुजुर्ग के निधन पर पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों के साथ मिलकर उनका अंतिम संस्कार किया, वहीं बुजुर्ग को उनकी पत्नी ने मुखाग्नि दी.

रायपुर के गुढ़ियारी के जनता कालोनी में निवासरत 85 वर्षीय सुरेश कुमार जोशी का गुरुवार को निधन हो गया. परिवार में पत्नी के अलावा कोई दूसरा सदस्य नहीं है, वहीं कोरोना संक्रमण की वजह से आस-पड़ोस के लोग भी आने में संकोच कर रहे थे.
गुढ़ियारी थाना प्रभारी रवि तिवारी ने बताया कि इस बात की जानकारी मोहल्ले में ही रहने वाले थाने में पदस्थ आरक्षक ने दी, जिसके बाद अन्य पुलिस कर्मियों के साथ डब वे बुजुर्ग के घर पहुंचे तो गिनती के दो-चार लोग ही थे. इस पर थाना प्रभारी ने ही बढ़ते कदम से संपर्क कर गाड़ी का इंतजाम करने के साथ श्मशान घाट में अंतिम संस्कार की व्यवस्था की. इधर पुलिस को आगे बढ़कर कार्य करता देख बुजुर्ग के आस-पड़ोस के लोग भी कार्यक्रम में जुटने लगे.

रवि तिवारी बताते हैं कि बुजुर्ग के नि:संतान होने की वजह से उनकी पत्नी को अंतिम संस्कार की पूरी रस्म अदायगी का आश्वासन दिया. इस पर बुजुर्ग की पत्नी ने मराठी ब्राह्मण में महिलाओं के मुखाग्नि को स्वीकार्य बताते हुए स्वयं मुखाग्नि की क्रिया पूरी की. कपाल क्रिया के बाद सभी को वापस घर पहुंचाया.


ऐसे समय में जब पूरी दुनिया संकट से जूझ रही है, नि:संतान बुजुर्ग की अंतिम संस्कार को विधि-पूर्वक संपन्न कराए जाने पर न केवल राजधानी में बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही है. गुढ़ियारी थाना प्रभारी रवि तिवारी की मानवता की लोग सोशल मीडिया के जरिए नमन करते हुए साधुवाद दे रहे हैं.

एमआईसी सदस्य श्री कुमार मेनन ने बताया कि जब नि:संतान बुजुर्ग के निधन की जानकारी मिली स्थानीय विधायक विकास उपाध्याय के साथ वहां पहुंचे और सोशल मिडिया में मैसेज कर लोगों को इकट्ठा किया पुलिस और सभी के सहयोग बाद बुजुर्ग का अंतिम संस्कार  विधि-पूर्वक संपन्न कराया गया.