जयपुर. राजस्थान के जयपुर में नकली शराब बनाने की दो अवैध फैक्ट्रियों पर पुलिस ने छापेमार कार्रवाई की। नकली शराब बनाने की फैक्ट्री चलाने वाले दस लोगों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार कमिश्नरेट पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सांगानेर और शिवदासपुरा क्षेत्र में 6 माह से चल रही 2 नकली शराब फैक्ट्री ओर दो गोदामों पर शनिवार रात को छापा मारा। फैक्ट्रियों में शराब रखने के लिए गोदाम भी बना रखा था।

शराब बना रहे थे लोग
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लांबा ने बताया कि पुलिस ने सांगानेर क्षेत्र के शिकारपुरा में अवैध शराब फैक्ट्रियां पकड़ी। एक फैक्ट्री से 10 लोगों को शराब बनाते गिरफ्तार किया। सीकर निवासी मुख्य आरोपित फैक्ट्री संचालक अशोक चौधरी और श्रीगंगानगर निवासी रवि बालोत मीणा की तलाश जारी है। मजदूरों से पूछताछ करने पर दोनों आरोपितों की सांगानेर और शिवदासपुरा क्षेत्र में तीन अन्य फैक्ट्री की जानकारी मिली।

नकली शराब बनाने का सामान किया जब्त
पुलिस ने यहां से भारी मात्रा में अवैध शराब, कच्ची सामग्री, ऑटोमेटिक मशीन, ब्रांडेड कंपनियों के सीएसडी कैंटीन के नाम से बने रैपर, 3 ट्रक, 1 पिकअप, 2 लोडिंग वाहन और 2 बाइक जब्त की। नकली शराब सीएसडी कैंटीन के नाम से भी बेच रहे थे।

कार्रवाई से पहले सूचना हुई लीक
एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी ने बताया कि सांगानेर क्षेत्र के ही कोकाबास में रंगाई छपाई फैक्ट्री में अवैध शराब बनाने की सूचना मिली। पुलिस वहां पहुंची, लेकिन सूचना लीक होने पर वहां कोई नहीं मिला। यहां खाली पव्वे, ढक्कन, अंग्रेजी व देशी शराब के रैपर आदि वस्तुएं मिलीं। मुख्य आरोपितों ने यह फैक्ट्री बगरू के ठिकरिया निवासी श्यामलाल कटारिया से किराए से ले रखी थी।

इन पुलिस वालों के खिलाफ हुई कार्रवाई
डीसीपी योगेश गोयल ने सांगानेर सदर थाने के बीट कांस्टेबल प्रदीप, सुंदर, शिवदासपुरा थाने के बीट कांस्टेबल प्रदीप और मनमोहन को सस्पेंड कर दिया। वहीं बीट प्रभारी और एसएचओ की भूमिका की विभागीय जांच के आदेश दिए। उधर, दोनों थानों में दर्ज किए गए प्रकरण की जांच महिला अनुसंधान सेल के एसीपी भवानी सिंह को सौंपी है।