समीर शेख बड़वानी। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से मजदूरी के लिए हर वर्ष मजदूर अन्य राज्यों के लिए पलायन करते हैं, जिन्हें कई बार समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है और वापस आने की उन्हें गुहार लगाना पड़ती है। ऐसा ही एक मामला फिर पुलिस के संज्ञान में आया, जिसमें कर्नाटक व महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों ने उन्हें वापस लाने की गुहार लगाई थी। पुलिस ने 30 मजदूरों सहित उनके 27 बच्चों को कर्नाटक के बागलकोट व महाराष्ट्र के कोल्हापुर से बरामद कर उन्हें बड़वानी जिले के पाटी पंहुचाया है।
मजदूरों की मानें तो उन्हें एग्रीमेन्ट के तहत बुलाया गया था लेकिन बाद में उन्हें वापस आने नहीं दिया जा रहा था, ना सही मजदूरी दी जा रही थी। पूरा भोजन भी नहीं दिया जाता था। 10 किलो अनाज देकर एक सप्ताह तक गुजारा करने कहा जाता था।
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि हमें शिकायत प्राप्त हुई थी कि बड़वानी जिले के कुछ लोग कर्नाटक राज्य के बागलकोट जिले में और महाराष्ट्र के कोल्हापुर में फंसे हुए हैं। इन्हें मदद की जरूरत और वह वापस आना चाहते हैं। वे काम की तलाश में वहां पर गए थे लेकिन वहां पर इनकी जो काम की परिस्थितियां थी वह अनुकूल नहीं थी। यह लोग वापस बड़वानी आना चाहते थे। पुलिस प्रशासन लगातार प्रयासरत था।
सबसे पहले हमने बागलकोट में यहां के 24 लोगे बालिग नाबालिग बच्चे महिला पुरुष मिलाकर उन 24 लोगों को कोल्हापुर लेकर आए। कोल्हापुर प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करके कुल 57 लोग कल रात बड़वानी जिले वापस पहुंचे उन्हें उनके घर सकुशल भेजा गया है। कर्नाटक और कोल्हापुर दोनों जगह से मिलाकर इन लोगों को लाया गया है। वहां की पुलिस के सहयोग से कुछ स्थानीय संगठनों के सहयोग से और संस्थाओं के सहयोग से यह पूरा कार्य किया गया है। इससे 10 दिन पहले भी 57 मजदूरों को कर्नाटक के भेल गांव जिले से लेकर आए थे। उससे पहले हम बीजापुर से लेकर आए थे लगभग सवा सौ के लोगों को मदद की जरूरत थी। बड़वानी पुलिस द्वारा उन्हें सकुशल उनके घर पहुंचाया गया है।
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