Samastipur Bank Robbery: बिहार के समस्तीपुर जिले में 7 मई 2025 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र की काशीपुर शाखा में हुई बहुचर्चित डकैती की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है. इस वारदात में अपराधियों ने करीब 10 करोड़ रुपये मूल्य के गहने और 15 लाख रुपये नकदी लूट लिए थे. अब पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मां-बेटी भी शामिल हैं.

गिरफ्तार आरोपियों के पास से लगभग 447 ग्राम सोना, एक पिस्टल, कुछ गोलियां, लूट में इस्तेमाल बाइक और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. पुलिस जांच में सामने आया कि इस डकैती का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि ‘युवा क्रांतिकारी मोर्चा’ नामक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश कुमार झा है.

बैंक से लिया था 23 लाख का गोल्ड लोन

दरअसल रमेश झा ने बैंक से 23 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया था, लेकिन समय पर लोन चुकाने में विफल रहा. इसके बाद उसने डकैती की योजना बनाई. पुलिस के अनुसार, रमेश ने बैंक के एक कर्मचारी से मिलीभगत कर अपने गहनों का अधिक मूल्यांकन करवा कर लोन हासिल किया था. डकैती वाले दिन आठ से नौ बदमाश ग्राहक बनकर बैंक में दाखिल हुए. उन्होंने बैंक कर्मचारियों और वहां मौजूद ग्राहकों को बंधक बना लिया और 45 मिनट के भीतर लॉकर तोड़कर पूरी लूट को अंजाम देकर फरार हो गए.

गिरोह के दो सदस्य अभी भी फरार

गिरफ्तार अपराधियों में रमेश झा के साथ दीपक कुमार उर्फ दीपक मुंशी (जो कोर्ट में क्लर्क है), वैशाली निवासी अनुराधा कुमारी और उनकी मां फुलपरी देवी, और देसरी के दीपक सोनार शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि लूटा गया कुछ सोना आरोपी अखिलेश राय उर्फ गोलू की ससुराल से बरामद हुआ है. इस गिरोह के दो सदस्य अब भी फरार हैं. रमेश लूट के बाद दिल्ली, रजरप्पा मंदिर और जालंधर तक गया था और सरेंडर की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस ने पहले ही उसे पकड़ लिया.

3 पिस्तौल, चार कारतूस बरामद

इससे पहले पुलिस ने इस केस में मास्टरमाइंड कर्मवीर समेत चार अन्य को गिरफ्तार किया था, जिनमें कर्मवीर पर दो लाख का इनाम भी घोषित था. पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन में तीन देसी पिस्तौल, चार कारतूस और एक कार भी जब्त की है. SDPO संजय कुमार पांडेय ने बताया कि यह गिरोह दलसिंहसराय में एक और ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने कार्रवाई कर उन्हें दबोच लिया.

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