रमेश सिन्हा पिथौरा। पिथौरा पुलिस थाना में प्रमोद सेगर ने लूट की झूठी घटना रचकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी जिसका साइबर सेल पिथौरा पुलिस के स्पेशल टीम ने 24 घंटे से पहले ही किया पर्दाफाश कर दिया है.पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह की स्पेशल टीम ने बारीकी से प्रार्थी प्रमोद सेगर की बातों को सुना.उसके बाद जब प्रमोद से सवाल पूछे गए तो वो घुमा फिराकर उनका जवाब देने लगा. जिससे पुलिस को लगने लगा की जरूर कुछ दाल में काला है.
पुलिस की टीम ने प्रमोद से जुड़ी एक एक एक चीज पर पड़ताल करना प्रारंभ किया,उसने कब कब बैंक में पैसा जमा किया है कितना किया है, पहले क्या काम करता था व छोड़ने की वजह क्या थी? सभी जानकारियों के साथ जब टीम ने प्रार्थी प्रमोद को रात से घेरना चालू किया तो वह सुबह आते आते टूट गया,पर इस बीच उसने कई कहानियों से टीम को गुमराह करने की कोशिश की.उसने बताया कि कर्ज होने की वजह से और जमा किये गए पैसे को खर्च कर देने के वजह से झुठी लूट कि कहानी रची थी,वह अपने साथ काम करने वाले ऑफिस के लोगों को कहा कि वह पैसे जमा करने महासमुन्द जा रहा है .
बैग को लेकर अपनी प्लेटिना गाड़ी से महासमुन्द कि ओर निकल जाता है ,और तय किये गए जगह पर अपने एक साथी निहाल कुर्रे पिता मोतीलाल उम्र 20 वर्ष ग्राम पचरी तथा एक नाबालिक साथी को लूट की कहानी गढ़ने वाली जगह पर बुलाया और उसके साथी ब्लेड लेकर डीलक्स गाड़ी से आते हैं और उसके कपड़े फाड़ कर शर्ट के बटन तोड़ कर बैग को ब्लेड से काटकर डुमरपाली जंगल की ओर से बैग को जंगल मे एक पत्थर के नीचे छुपाकर पुनः गांव में चले गये ,प्रमोद सेंगर के दोनों साथियों ने बताया कि उसने उन्हें इस काम के लिए दो-दो हजार रुपये दिये थे ,प्रमोद ने उन्हें बैग को जला देने कि बात कही थी पर वो डर के मारे उसे जला नहीं पाए ,टीम ने तीनों साथियों से बैग ,लूट की कहानी में प्रयुक्त दोनो मोटरसाइकिल ,04 नग मोबाइल और 73 हजार रुपये बरामद कर लिया है इस प्रकार 24 घंटों से पहले ही साइबर सेल की टीम ने लूट की झूठी रची गई कहानी का पर्दाफाश कर दिया है.ये पूरी कार्यवाही पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वेदव्रत सिरमौर के निर्देशन में की गई.