चंडीगढ़। कोरोना वायरस की वजह से देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान गाड़ी में जा रहे लोगों से पास मांगना पुलिस वालों के लिए भारी पड़ गया. तलवार लिए लोगों ने हमला कर जहां एक एएसआई का हाथ काट डाला, वहीं कई को घायल कर दिया. पुलिस ने बाद में सात को गिरफ्तार किया है.

समाचार एजेंसी के अनुसार, पटियाला सब्जी मंडी में निहंगों का वेश धारण किए एक समूह से ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों ने कर्फ्यू पास मांगा, जिसे पर बहस शुरू हो गई और समूह के लोगों ने तलवार से हमला कर एएसआई हरजीत सिंह का हाथ काट दिया और दूसरे पुलिस वालों को घायल कर भाग निकले.

एएसआई को आनन-फानन पीजीआई, चंडीगढ़ भेजा गया, जहां प्लास्टिक सर्जरी के जरिए कटे हुए हाथ को जोड़ने का काम किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पुलिस बल फरार निहंगों की तलाश में ग्राम बलबेरा पहुंची जहां गुरुद्वारे में छिपे निहंगों से झड़प हो गई. गुरुद्वारे से सात निहंगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक पुलिस की गोलीबारी में घायल है.

पंजाब के विशेष मुख्य सचिव केबीएस सिद्धू ने बयान जारी कर पटियाला जोन के आईजी जतिंदर सिंह की अगुवाई में बलबेरा स्थित गुरुद्वारे से सात निहंगो का रूप घरे लोगों की गिरफ्तार की जानकारी दी है.

निहंगो के पुलिस पर हमले से पंजाब में हलचल मचा हुआ है. इस घटना की चारों तरफ से निंदा हो रही है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टर अमरिंदर सिंह की पत्नी और पटियाला की सांसद परनीत कौर ने घटना की भर्त्सना करते हुए कहा कि इसमें आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. यह व्यवहार घोर निंदनीय है और इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता एचएस फुल्का ने इस घटना पर पंजाब के डीजीपी से दो दिनों के भीतर चार्जशीट फाइल कर 10 दिनों के भीतर ट्रायल पूरा करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा दी जानी चाहिए, जिससे पूरे देश में एक संदेश जाए.