सुदीप उपाध्याय, वाड्रफनगर। कोरोना काल में भी बलरामपुर जिले में लकड़ी की तस्करी धड़ल्ले से जारी है. रविवार की रात मुखबिर की सूचना पर चलगली पुलिस ने सूचना मिलने पर लकड़ी तस्करी के खिलाफ कार्रवाई की. पीछा करने के दौरान चिनार से भरी तस्करों की कार पेड़ से टकरा गई, जिसके बाद अंधेरे का फायदा उठाकर तस्कर भागने में कामयाब रहे. कार को जब्त करने के बाद पुलिस अब कार नंबर व मोबाइल के आधार पर आरोपियों की खोजबीन में जुटी है.

बलरामपुर जिले की चलगली पुलिस को लंबे समय से ग्राम केरता व मानिकपुर जंगल से लकड़ी तस्करी की सूचना मिल रही थी. रविवार की रात पुलिस की टीम रात्रि गश्त पर निकली थी. इसी बीच उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि मानिकपुर जोबा जंगल में कार क्रमांक सीजी 10 एफ-0621 से लकड़ी की तस्करी हो रही है.

सूचना मिलते ही पुलिस ने मानिकपुर घटवरिया के पास जोबा जंगल में घेराबंदी की. इस दौरान पुलिस को देखकर लकड़ी तस्कर कार में सवार होकर भागने लगे. पुलिस ने जब उनका पीछा किया तो तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई. इसके बाद कार में सवार तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से भाग निकले।फिर पुलिस वहां पहुंची और तलाशी ली तो कार में 10 नग लकड़ी का चिरान लोड था, इसके अलावा कार में एक मोबाइल भी मिला। पुलिस ने चिरान सहित कार को जब्त कर लिया। और अज्ञात तस्करों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है.

पुलिस ने जब्त कार की कीमत 2 लाख रुपए, चिरान की 5 हजार तथा मोबाइल की कीमत 1 हजार रुपए बताई है। पुलिस ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ धारा 41 (1-4), 379 के तहत अपराध दर्ज कर कार व मोबाइल नंबर के आधार पर उनकी खोजबीन शुरु कर दी है. इस
कार्रवाई में चलगली थाना प्रभारी एसआई संपत पोटाई, एसआई शांतिलाल कुजूर, एएसआई बैजनाथ राम, आरक्षक पंकज पटेल, संतोष गुप्ता, सचित कुशवाहा, राजेंद्र लकड़ा व बंधेश्वर राम सक्रिय रहे.