रायपुर. राजधानी में शनिवार को अवैध तरीके से प्रतिबंधित सिगरेट का कारोबार करने वालों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाया गया. पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्र के 143 दुकानों पर छापा मार कार्रवाई की. दुकानों से 4258  पैकेट प्रतिबंधित सिगरेट जब्त किया गया.

पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ समय से लगातार शिकायत प्राप्त हो रही थी, कि प्रदेश में अवैध रूप से सिगरेट का आयात किया जा रहा है, तथा अधिकांश ब्राण्ड के सिगरेट पैकटों में निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप वैधानिक चेतावनी भी अंकित नहीं रहती है. जबकि सिगरेट के पैकेट के 85 प्रतिशत हिस्से में सचित्र स्वास्थ्य चेतावनी होना अनिवार्य है.

इसी कारणों से युवाओं में सिगरेट की लत बढ़ रही है तथा स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. जिसके मद्देनजर एसएसपी आरिफ शेख ने इस पर विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही करने निर्देशित किया. जिस पर थानावार कार्रवाई की गई. इस अभियान में रायपुर पुलिस के सभी थानों के पुलिस शामिल थे. प्रतिबंधित सिगरेट विक्रय करने वालों के विरूद्ध कोटपा एक्ट व अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई.

छत्तीसगढ़ में राजश्री, रजनीगंधा, पान राज, पान पराग, विमल, पान पसंद जैसे गुटकों का व्यापक असर
वहीं इस कार्रवाई के बाद अब एक मांग भी बड़ी तेजी से उठ रही है कि पान मसाला पाउत पर प्रतिबंध कब लेगी ? क्या सरकार पान मसाला उत्पादों सरकार बड़ी कार्रवाई कर सकती है. क्योंकि पान मसाला पाउच से जहाँ लोग गुटखा खाने के आदि हो रहे हैं, वहीं जर्दा युक्त गुटका अभी भी पान मसाला के आड़ में बेची जा रही है. इसके साथ पर्यावरण को भी मान मसाला पाउच से बड़ा नुकसान है. छोटे-छोटे पाउच के टूकड़े कहीं नालियों में, तो कहीं कुड़े ढेर में इकक्ठा पड़े रहते हैं. इससे कई तरह के प्रदूषण बढ़ते जा रहे हैं. लिहाजा प्लास्टिक के दायरे में लाकर पान मसाला पाउच पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग उठी है. साथ ही यह भी मांग की जा रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में राजश्री, रजनीगंधा, पान राज, पराग जैसे गुटका व्यापक असर है. इससे छुटकारा दिलाने की मांग समय-समय पर विभिन्न सामाजिक और शैक्षेणिक संगठनों की ओर से उठती रही है. प्रतबंधित सिगरेटों पर कार्रवाई के बाद सरकार से लोग पान मसाला को भी छत्तीसगढ़ में प्रतबंधित करने की मांग कर रहे हैं.