Bihar News: बिहार के सुपौल में अतिक्रमणकारियों का तांडव उस समय देखने को मिला, जब अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। यही नहीं महिलाओं ने भी पुलिस टीम पर जुते-चप्पल भी फेंके। इस दौरान मौके पर काफी अफरा-तफरी मच गई। हालात इतने बिगड़ गए कि स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा।

14 साल से चल रहा था विवाद

पूरा मामला जिले के रोघोपुर प्रखंड अंतर्गत नगर पंचायत सिमराही के वार्ड संख्या-3 का है, जहां महादलित टोला में पिछले 14 वर्षों से चल रहे जमीन विवाद को सुलझाने के लिए पुलिस टीम पहुंची हुई थी। वीरपुर कोर्ट ने 21 दिसंबर को अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी किया था, जिसके आदेश के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने पहुंची हुई थी।

अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हमला

जिला पुलिस और प्रशासन की ओर से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अभियान चलाया गया। राघोपुर अंचलाधिकारी रश्मि प्रिया और राघोपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार राय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। जैसे ही बुलडोजर से अतिक्रमित हिस्से को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई, वहां मौजूद अतिक्रमणकारियों और उनके समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया।

विवादित जमीन को कराया अतिक्रमण मुक्त

देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर चलाने शुरू कर दिए। महिलाओं द्वारा जूता-चप्पल फेंके जाने की भी सूचना है। इस दौरान एक बुलडोजर क्षतिग्रस्त हो गया। हालात को संभालने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद उपद्रवी पीछे हट गए, जिसके बाद विवादित जमीन को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त कराया गया।

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