रेणु अग्रवाल,धार। बहुचर्चित 200 करोड़ रुपए के जमीन घोटाले के मुख्य आरोपी सुधीर दास एवं वकील विवेक तिवारी को पुलिस ने 5 दिन के लिए न्यायिक रिमांड पर लिया है। न्यायालय के आदेश पर दोनों आरोपियों को पांच दिनों के पुलिस के सुपुर्द किया गया है। पुलिस की मांग पर सीजेएम प्रसन्न सिंह बहरावत ने आरोपियों को 5 दिन का रिमांड स्वीकृत किया है।
धार पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि सैंट टैरेसा कंपाउंड की विवादित जमीन मामले में मुकदमा कायम किया गया है। इसमें तीन मुख्य आरोपी वकील विवेक तिवारी, सुधीर दास और सुधीर जैन के अलावा 28 लोग शामिल है। मामले में पुलिस ने अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। विवादित जमीन की कीमत लगभग सवा 200 करोड़ रुपए है। पुलिस प्रशासन ने सीएम के निर्देश पर भू-माफिया के खिलाफ अभियान के तहत यह कार्रवाई की है।
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर पुलिस और जिला प्रशासन को बधाई दी थी
विवादित भूमि 100 वर्ष से अधिक पर लीज पर दी गई थी। भूमि के संचालकों ने लीज की भूमि को कई लोगों को बेच दी थी। यह प्रकरण काफी लंबे समय से चल रहा था। डीएसपी महिला अपराध ने तीन महीने जांच की उसमें कई बिंदु सामने आए। आरोपियों ने कई बार न्यायालय को भी गुमराह किया। जांच के बाद संपत्तिमुक्त करवाने की रिपोर्ट कलेक्टर को दी जाएगी। कलेक्टर के निर्देश पर आगे की कार्रवाई राजस्व विभाग द्वारा की जाएगी। आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 409, 468, 471, 474, 193 आदि लगाई हैं। इस कार्रवाई पर सीएम शिवराज ने ट्वीट कर पुलिस और जिला प्रशासन को बधाई दी थी।
धार स्थित ईसाई समाज की कीमती जमीन
बता दें कि महू के जय सिंह ठाकुर ने सुधीर दास और सुधीर जैन के खिलाफ पुलिस को शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि धार स्थित ईसाई समाज की कीमती जमीन सर्वे क्रमांक 29 ग्राम मगजपुरा के फर्जी कागजात तैयार कर दस्तावेज में कूटरचित कर दी गई है। जमीन का कुल रकबा 3 .074 हेक्टेयर है, जिसकी वर्तमान कीमत सवा 200 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
मालवा चर्च काउंसिल के सदस्यों पर प्रकरण पंजीबद्ध
शिकायत पर धार पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने जांच की जिम्मेदारी डीएसपी यशस्वी शिंदे को सौंपी। शिंदे ने धार से भोपाल और भोपाल से ग्वालियर तक एक कर कई महत्वपूर्ण सबूत एकत्र किए और पुलिस ने इस मामले में 26 लोग और मालवा चर्च काउंसिल के सदस्यों पर प्रकरण पंजीबद्ध किया। सुधीर दास और एक वरिष्ठ वकील विवेक तिवारी, सुधीर जैन इस पूरे 200 करोड़ की भूमि घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं।