बिलासपुर. रसूख के आगे सब फेल नजर आता है, ऐसा हम इसलिए कह रहें हैं क्योंकि कोर्ट में पेशी होने के बाद बलात्कार और पाक्सो एक्ट के आरोपी को पुलिस वाले सीधे जेल ना ले जाकर बृहस्पति बाजार ले गए. फिर आरोपी ने एक फल दुकान के पीछे दोस्तों के साथ जमकर पार्टी की. जहां पूरी, छोले-भटूरे सहित पानी की बोतल की व्यवस्था की गई थी. पार्टी के दौरान पुलिसकर्मी हाथ में हथकड़ी रखकर आराम से बैठे रहे. इधर मामला उजागर होने पर दो पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी कर पुलिस विभाग द्वारा खानापूर्ति की गई है.

बता दें, कि केन्द्रीय जेल में बंद बलात्कार और पाक्सो एक्ट का आरोपी योगेश वर्मा समेत एक अन्य बंदी को बीते 4 मार्च को पुलिस लाइन के 7 पुलिसकर्मी जेल से पेशी कराने के लिए कोर्ट लेकर गए थे. पेशी होने के बाद पुलिसकर्मी दोनों बंदियों को लेकर वापस जेल लौट रहे थे. इसी दौरान आरोपी योगेश वर्मा के दोस्त बृहस्पति बाजार में फल दुकान के पास उसके आने का इंतजार कर रहे थे. पुलिसकर्मी आरोपियों को लेकर सीधे बृहस्पति बाजार एक फल दुकान के पीछे गए. जहां योगेश वर्मा के दोस्तों ने पार्टी की पूरी तैयारी कर रखी थी. पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में आरोपी योगेश वर्मा ने छोले भटूरे, पुरी खाकर दोस्तों के साथ जमकर पार्टी की. वहीं दूसरा बंदी और पुलिसकर्मी उसकी पहरेदारी करते रहे. मामला उजागर होने पर आरक्षक सोमेश्वर श्रीवास और सुरेंद्र डहरिया को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है.

देखिए वीडियो-

ये था पूरा मामला

26 जनवरी 2020 को गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में शामिल होकर नाबालिग छात्रा स्कूल से लौट रही थी. इसी दौरान सरकंडा निवासी योगेश वर्मा ने अपने साथियों के साथ उसका अपहरण कर लिया और जबरदस्ती वेन में बिठाकर उसे सुनसान जगह में ले गए. जहां योगेश वर्मा ने उसके साथ दुष्कर्म किया फिर जान से मारने की धमकी देकर उसे छोड़ कर भाग निकला. इस मामले में सरकंडा पुलिस ने योगेश वर्मा, दीपक, राहुल देवांगन, तीन अन्य नाबालिग समेत 6 लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था. केस की सुनवाई बिलासपुर जिला न्यायालय में चल रही है.

पीड़ित के परिजनों पर बना रहा दबाव

सरकंडा में रहने वाला योगेश वर्मा आदतन बदमाश है. उस पर रंगदारी, वसूली और मारपीट जैसे कई संगीन आरोप हैं. शहर के रसूखदार लोगों के संपर्क में रहने वाला योगेश वर्मा अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर, जमानत पर छूटकर दोस्तों के साथ मिलकर पीड़ित परिजनों को केस में समझौता करने के लिए दबाव बना रहा है. उसकी रसूख के चलते ही जेल प्रबंधन और पुलिस वाले भी उसे बंदी की तरह व्यवहार ना कर पार्टी मनवा रहे हैं. इतना ही नहीं, जेल में रहने के दौरान ही उसके साथी उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर रहे हैं.