कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। एमपी में तकनीक से लैस होते अपराधी, बढ़ते साइबर क्राइम, अपराध की विवेचना और पुलिसकर्मियों के खराब बर्ताव ने महकमे की चिंता बढ़ा दी है. यही वजह है कि पुलिस महकमा भी खुद को अपडेट करने में जुट गया है. अब न्यायाधीश भी पुलिस को बेहतर अनुसंधान करने के गुर बता रहे हैं. ग्वालियर में 8 जिलों के SP, ASP, TI और SI का ट्रेनिंग सेमिनार शुरू हुआ.

बढ़ते साइबर क्राइम और अपराध के बदलते ट्रेंड से निपटने के लिए मध्यप्रदेश में पुलिस का अमला बेहतर प्रशिक्षित नहीं है. जिसके चलते पुलिस महकमे को तकनीकी रूप से शातिर अपराधियों से निपटने, नए-नए और तकनीकी अपराधों की जांच और कार्रवाई के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन हालातों में क्राइम का ग्राफ बढ़ रहा है, तो वहीं पुलिसकर्मियों के बर्ताव में भी तनाव और रूखापन झलकने लगा है.

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लिहाज़ा साइबर अपराध से लड़ने सक्षम बनाने और बेहतर जांच के लिए पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ग्वालियर में आज पुलिस के लिए 2 दिवसीय सेमिनार शुरू हुआ. जिसमें पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही ग्वालियर हाईकोर्ट के तीन जस्टिस टिप्स दे रहे हैं. सेमिनार में ग्वालियर चंबल अंचल के 8 जिलों के SP, ASP, TI सहित 300 पुलिस अधिकारी शामिल हुए हैं.

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ग्वालियर SSP अमित सांघी का कहना है कि समय के साथ पुलिस को अपराधियों से निपटने के लिए अपडेट करने की जरूरत होती है. साथ ही समुदायिक पुलिस के दौरान अपना तनाव कैसे कम किया जाए. इसके लिए वक्त वक्त पर इस तरह के सेमिनार की जरूरत होती है. एसएसपी ने प्रदेश में पहली बार आयोजित किए गए इस तरह के सेमिनार को प्रदेश स्तर पर आयोजित करने की बात भी कही है.

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