रायपुर- कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने देशभर में चल रही कवायद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार रात 9 बजे 9 मिनट के लिए रोशनी किए जाने की अपील पर छत्तीसगढ़ में सियासत गर्मा गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस बयान पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने मौजूदा हालात का संदर्भ रखते हुए यह सवाल उठाया था कि ऐसे में क्या दिया जलाएंगे?

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक ट्वीट कर कहा था कि-
जब श्री राम लंका से अयोध्या लौटे थे, तब विजय प्रतीक के रूप में दिया जलाना शुरू किया था, यह संकट की घड़ी है. दर्जनों जानें जा चुकी है, लोग भयभीत है, ऐसे में क्या दिया जलाएंगे?
मुख्यमंत्री के इस ट्वीट पर छत्तीसगढ़ बीजेपी ने पलटवार करते हुए ट्वीट के जरिए ही जवाब दिया. बीजेपी ने अपने जवाब में कहा कि-
आपकी पार्ट के लिये तो राम काल्पनिक थे न दाऊ? ट्वीट से पहले दस जनपथ से पूछ लिया था? अगर श्रीराम के शरण में आना चाह रहे तो दीया लिखना पहले सीख लीजिए, बाद में जलाना भी सीख जायेंगे।
बीजेपी के जवाबी ट्वीट पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने कविता के जरिए तकरार को आगे बढ़ाया. कांग्रेस ने ट्वीट किया-
दशानन की सेना सवाल उठा रही है
देखो छलियों की टोली छटपटा रही है
राम के नाम पर चंदा डकारने वालों
वोटों के लिए प्रभु राम को निहारने वालों
प्रभु राम के वनगमन पथ को हम निखार रहे हैं
माँ कौशल्या के मंदिर को हम संवार रहे हैं
प्रभु राम का मतलब सत्य है
इसीलिए वो आपको धिक्कार रहे हैं
कांग्रेस ने बीजेपी पर जवाबी ट्वीट किया, तो बीजेपी ने भी आक्रामक अंदाज में पलटवार करने में देरी नहीं की. अपने एक और ट्वीट के जरिए छत्तीसगढ़ बीजेपी ने लिखा कि-
रामसेतु तोड़ने के काले मंसूबे वाले कालनेमि
सम साधू खुद को दिखात है
राम को प्रणाम कर राम पे प्रहार करें
राम भक्तों को राम राम सिखलात हैं
राम का है नाम सत्य किन्तु जब बोला जाता
मूढों ऐसे पल नहीं शुभ कहलात है
कांग्रेसी दिल में आग जाने कैसी लगी
दीया जलाने बोला जिया जल जात है
ट्वीटर वाॅर के बीच ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने लोगों से अपील की है कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर लोग अपने-अपने घरों में रोशनी कर कोरोना संक्रमण के खिलाफ देश की लड़ाई में अपना योगदान दें.