नई दिल्ली। कांग्रेस पंजाब इकाई में चल रही अंदरूनी कलह अब जगजाहिर हो चुकी है. पंजाब कांग्रेस की अंतरकलह को हल ढूंढने के लिए बनाई की तीन सदस्यीय कमेटी सोमवार से मंत्रियों और विधायकों से वन-टू-वन मुलाकात करेगी. इसके लिए सोमवार को 25 विधायकों को दिल्ली तलब किया गया है. इनमें 8 मंत्री भी शामिल हैं, जबकि बाकी के मंत्रियों और विधायकों से कमेटी मंगलवार को मिलेगी.

पंजाब में अंतरकलह जारी

आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में होने वाली इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा विधायक रविवार शाम को ही दिल्ली पहुंच गए हैं, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हैं. हालांकि सिद्धू को पहले दिन मिलने वाले विधायकों की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है. सिद्धू मंगलवार को कमेटी के सामने पेश होंगे. इस दिन 8 मंत्री और बाकी के विधायक कमेटी के सामने पेश होंगे, जबकि पंजाब में अंतरकलह जारी है.

मल्लिकार्जुन खड़गे रहेंगे मौजूद

मल्लिकार्जुन खड़गे, जय प्रकाश अग्रवाल और हरीश रावत वाली इस कमेटी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा ली जाने वाली फीडबैक बैठक को तीन हिस्सों में बांटा है, जिसमें एक हिस्से में मंत्री और विधायक हैं, जबकि दूसरे हिस्से में पार्टी के सांसद, राज्यसभा सदस्य व प्रदेश प्रधान हैं. तीसरे चरण में कमेटी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी बातचीत की जा सकती है. हालांकि यह अभी तय नहीं है कि कमेटी मुख्यमंत्री के साथ कब बैठक करेगी.

बता दें कि पंजाब में कांग्रेस के 80 विधायक हैं. वहीं पार्टी ने मंत्रियों और विधायकों को बुलाने में भी संतुलन बनाने की कोशिश की है. कमेटी ने एक जोन के विधायकों को एक बार में नहीं बल्कि माझा, दोआबा और मालवा के विधायकों को एक साथ बुलाया है, ताकि हरेक जोन का सही फीडबैक कमेटी तक पहुंचे.

क्या है मामला

कोटकपूरा गोलीकांड को लेकर पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई SIT और उसकी रिपोर्ट को पिछले महीने हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था. SIT को खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस में खासी खींचतान शुरू हो गई थी. कांग्रेस के एक धड़े ने यह आरोप लगाया कि एडवोकेट जनरल ने कोर्ट में सही ढंग से केस को पेश नहीं किया, जबकि नवजोत सिंह सिद्धू ने लगातार इसे लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला बोला.