सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में तृणमूल कांग्रेस की एक जिला नेता हाथ में बंदूक लिए अपने कार्यालय में बैठी नजर आ रही है. इस घटना ने राज्य में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है. नेता मृणालिनी मंडल मैती न केवल पुरानी मालदा पंचायत समिति की अध्यक्ष हैं, बल्कि मालदा जिला तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं.

हालांकि मृणालिनी ने दावा किया कि तस्वीर लगभग एक साल पुरानी है, लेकिन विपक्ष उनके बयान को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. विपक्ष के मुताबिक ऐसा पहली बार नहीं है, वह इससे पहले भी कई मौकों पर विवादों में रह चुकी हैं.

हाल ही में मृणालिनी के पति पर प्रखंड विकास कार्यालय के अंदर एक कर्मचारी को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा था. उनपर घटना के बाद अपने पति को बचाने का आरोप लगाया गया था. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हथियार रखना उनकी संस्कृति है और वह केवल परंपरा का पालन कर रही है. पिछले 11 वर्षों में उन्होंने राज्य के साथ-साथ मालदा को भी बारूद के ढेर पर डाल दिया है. यदि आप खोजे तो हो सकता है आपको बम और एके -47 भी मिल सकते हैं. यह उनके संस्कृति का हिस्सा बन गया है.”

मीडिया से बात करते हुए तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कृष्णेंदु नारायण चौधरी ने कहा, कि

“सरकारी कार्यालय में हथियार दिखाना उचित नहीं है. पुलिस पता लगाएगी कि बंदूक असली थी या नकली. कानून अपना काम करेगा.”