रायपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति की रविवार को हुई बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया. प्रस्ताव में प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने के साथ केन्द्रीय योजनाओं की राशि का अनधिकृत मद परिवर्तन और नियम कायदों को ताक पर रख कर बेतहाशा खर्च करने पर निशाना साधा है.

सांसद सरोज पांडेय के प्रस्ताव पर सांसद रामविचार नेताम के समर्थन से पारित प्रस्ताव में एक ओर केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार को कोरोना काल में सशक्त नेतृत्व देते हुए आपदा को अवसर में बदलने पर प्रशंसा की है, वहीं केन्द्रीय बजट में स्वास्थ्यमद में 137 प्रतिशत की वृद्धि, छत्तीसगढ़ के 9 बड़े शहरों को जल जीवन अमृत मिशन से जोड़ने, छत्तीसगढ़ में रायपुर से विशाखापत्तनम तक 464 किमी की 6 लेन सड़क बनाने के साथ बस्तर और बिलासपुर को हवाई सेवा से जोड़ने पर धन्यवाद दिया है.

प्रस्ताव में दूसरी ओर कांग्रेस सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में बुरी तरह विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि हर चार घंटे में एक बलात्कार और छह घंटे में एक हत्या या हत्या के प्रयास की घटनायें हो रही हैं. यहां प्राथमिकी दर्ज नहीं करने के कारण पीड़ितों को आत्महत्या की कोशिश करनी पड़ रही है. मुख्यमंत्री के स्वयं के विधान सभा की सामूहिक हत्या-आत्महत्या की संदिग्ध घटना ने तो छत्तीसगढ़ जैसे शान्ति के टापू कहे जाने वाले प्रदेश को बेहाल कर दिया है.

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प्रस्ताव में कहा गया कि कांग्रेस पार्टी के लगातार किसानों एवं अन्य विषय पर झूठ पर झूठ बोलने से प्रदेश में भरोसे का गंभीर संकट पैदा हो गया है. हाल में शासन को यह स्वीकार करना पड़ा कि कांग्रेस बारदाने के मामले पर लगातार जनता से झूठ बोल रही थी. किसानों का 300 रूपये प्रति क्विंटल की दर से 2 वर्ष के बकाया बोनस की राशि अब तक अप्राप्त है, जिसे सरकार बनते ही दिए जाने का वादा किया गया था. पिछले वर्ष के धान की कीमत का पूरा भुगतान अब तक नहीं किया गया है.

इसके अलावा प्रदेश में केन्द्रीय योजनाओं की राशि का अनधिकृत मद परिवर्तन, नियम कायदों को ताक पर रख कर बेतहाशा खर्च करने पर निशाना साधते हुए कहा कि कैम्पा मद की सैकड़ों करोड़ की राशि का बिना अनुमोदन के, बिना कमिटी गठित किये खर्च कर लेना भयावह है. दुखद तो यह है कि इस मद से दर्ज़नों लग्जरी गाड़ियां तक खरीदी कर ली गयी हैं. इसी तरह डीएमएफ फंड भी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का शिकार हो कर रह गया है.