सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। राम किसके हैं.. भाजपा के हैं या फिर कांग्रेस के.. यह सवाल इसलिए कि पिछले तीन दशक से भी ज्यादा समय से राम देश की राजनीति के केन्द्र बिन्दु बने हुए हैं। राम को अपनी राजनीति का केन्द्र बिन्दु बनाकर सत्ता में काबिज हुई भाजपा के बाद अब छत्तीसगढ़ में राम किसके हैं और किस रुप में हैं इस पर बहस छिड़ी हुई है। यहां कांग्रेस ने राम को अपना बताते हुए भाजपा के लिए राम को वोट, नोट और दंगे की चोट का राम बताया है।
सूबे की भूपेश सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल पूरे होने पर प्रेसवार्ता के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए राम के नाम पर हो रही राजनीति के सवाल पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि हमारे राम और बीजेपी के राम में जमीन आसमान का अंतर है। हम कौशल्या के राम की पूजा करते हैं वह किस राम की पूजा करते हैं बीजेपी जाने? बीजेपी के राम वोट के राम है, नोट के राम हैं , दंगे के लिए चोट के राम है। हमारे राम शबरी के राम हैं, निषाद राज केवट के राम हैं और कौशल्या के राम हैं।
आपको बता दें छत्तीसगढ़ राम का ननिहाल है और सूबे की भूपेश सरकार ने प्रदेश में राम वन गमन पथ को पर्यटन स्थल घोषित कर उसे विकसित कर रही है।