रायपुर. शराब की तस्करी के मामले में मुंगेली जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष का नाम सामने आने के बाद राजनीतिक बवाल मच गया है. भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में राज्य सरकार के साथ-साथ कांग्रेस को घेरते हुए अवैध कारोबार को संरक्षण देने का आरोप लगाया है.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने शराब तस्करी के मामले में युवक कांग्रेस के नेता की संलिप्तता पर कहा कि इस मामले ने प्रदेश सरकार और कांग्रेस को पूर्ण शराबबंदी के मुद्दे पर ढोंगी साबित किया है, कोरोना संकट के दौर में भी पुलिस कर्मियों के सहयोग से मध्यप्रदेश से शराब की तस्करी का यह मामला लॉकडाऊन के प्रति प्रदेश सरकार की शर्मनाक व आपराधिक लापरवाही का नमूना है.

सुंदरानी ने कहा कि शराब तस्करी के इस मामले ने प्रदेश सरकार की बदनियती को पूरी तरह बेनकाब कर दिया है. शराबबंदी के नाम पर प्रदेश सरकार शुरू से ही नौटंकी करती नजर आ रही है, और अब तो पुलिस कांस्टेबलों का साथ लेकर कांग्रेस का एक नेता ही शराब तस्करी करता पकड़ा गया है.

उन्होंने कहा कि इस मामले से यह एकदम साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में ही मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों से शराब की तस्करी का यह गोरखधंधा बेखटके चलाया जा रहा है. भाजपा शुरू से ही शराब तस्करी के इन मामलों को लेकर प्रदेश सरकार की नीयत पर सवाल उठाती रही है. जब से प्रदेश में कांग्रेस सत्तारूढ़ हुई है, तस्करी के माध्यम से शराब का यह गोरखधन्धा शासन व प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा है.

पूर्व विधायक ने कहा कि लॉकडाऊन के बावजूद प्रदेश सरकार जिस तरह शराब का कारोबार चलाने की ललक दिखा रही थी उससे ही यह स्पष्ट हो रहा था कि प्रदेश सरकार न तो शराबबन्दी के लिए ईमानदार है, और न ही छत्तीसगढ़ को कोरोनामुक्त करने के लिए जारी लॉकडाऊन के प्रति जरा भी गंभीर है. उन्होंने मांग की है कि प्रदेश सरकार इस मामले में संलिप्त कांग्रेस नेता व तीनों पुलिस कांस्टेबल समेत सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे.