राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश नगरीय निकाय चुनाव में कम मतदान ने सरकार और राजनीतिक दलों के अलावा समाज के अन्य वर्गों की चिंता बढ़ा दी है। अब सरकार के अलावा साधु-संतों ने भी दूसरे चरण के चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने की अपील जनता (मतदाताओं) से की है। वहीं सत्ताधारी बीजेपी ने भी मामले में सख्त रवैया अपनाया है। पार्टी संगठन ने सांसद और विधायक को टारगेट दिया है। पहले चरण के मतदान के बाद बीजेपी ने नया नारा भी दिया है कि “मतदान कम हुआ तो अभी कटेगा विधायक-सांसद का पत्ता”। पार्टी ने विधायक-सांसदों को घर-घर दस्तक देकर अधिक मतदान करवाने का टारगेट दिया है। 2014 की तुलना में कम मतदान हुआ तो कार्रवाई भी होगी।

इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है। कहा कि जागरूकता अभियान में कमी और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी होने से मतदान कम हुआ है। राज्य निर्वाचन आयोग के हर घर में पर्चियां देने के काम में परेशानी लोगों को हुई है। अंतिम फेस में बीजेपी के सभी कार्यकर्ता घर-घर संपर्क में जुटे हुए हैं। भाजपा ने गड़बड़ी को लेकर पहले भी आशंका जताई थी, लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने गंभीरता से काम नहीं किया। विधायक और सांसद फील्ड में उतरकर लगातार मतदान के लिए घर घर जाकर जागरुक कर रहे हैं। दूसरे और आखिरी चरण में घर घर पर्चियां पहुंचाई गई हैं। कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता गंभीरता से काम कर रहे हैं।

निकाय चुनाव में कम मतदान से साधु-संत भी विचलित हुए हैं। गणाचार्य श्री 108 विराग सागरजी ने मतदान की अपील करते हुए कहा कि पहले मतदान करें फिर गुरु पूर्णिमा पर पूजन करें। पूर्णिमा के दिन पहले मतदान करें, फिर गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाएं। इसी तरह करुणाधाम आश्रम पीठाधीश्वर सुदेश शांडिल्य महाराज ने भी कहा है कि पहले मतदान करें, फिर गुरु पूजन करें।

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