अनमोल मिश्रा, सतना। मध्यप्रदेश के सतना में ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद गणेश सिंह द्वारा निगम के संविदाकर्मी को थप्पड़ मारने की घटना ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है। वायरल वीडियो ने सतना के सियासी पारे को इतना बढ़ा दिया है कि प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां, कांग्रेस और बीजेपी, आमने-सामने आ गई है।
सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ‘डब्बू’ ने सांसद गणेश सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। विधायक पीड़ित कर्मचारी गणेश कुशवाहा और उनके समर्थकों के साथ कोलगंवा थाने पहुंचे और सांसद के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर थाने में धरने पर बैठ गए। विधायक ने सीएसपी (नगर पुलिस अधीक्षक) को एक ज्ञापन भी सौंपा हैं।
सत्ता पक्ष को पुलिस का संरक्षण
थप्पड़ कांड पर विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने सांसद की इस हरकत को ‘मानवता को शर्मसार करने वाली घटना’ बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरे देश में सतना की प्रतिष्ठा गिरी है और उसकी इस हरकत को लाखों लोगों ने देखा है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए कि अगर मामला विपक्ष का हो तो पुलिस स्वतः संज्ञान ले लेती है, लेकिन सत्ता पक्ष को संरक्षण देने के लिए शांत बैठी है। यह हमला निहायत ही कमजोर संविदा कर्मचारी पर सिर्फ इसलिए किया गया,
पीड़ित को डराया-धमकाया गया
क्योंकि क्रेन पर बैठने के लिए नहीं बनी मशीनरी में तकनीकी खामी आई, जिसमें कर्मचारी का कोई दोष नहीं था। घटना के बाद पीड़ित को डराया-धमकाया गया और उसका अपहरण भी किया गया, जिसके चलते पीड़ित ने डर के मारे जबरदस्ती का बयान दिया था। उन्होंने पुलिस से मांग की कि तत्काल सांसद गणेश सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इस गरीब मजदूर को न्याय दिलाया जाए। पुलिस अधिकारी के आश्वासन के बावजूद, विधायक और उनके समर्थक एफआईआर की मांग को लेकर घंटों थाने में डटे रहे, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
गणेश कुशवाहा को प्लानिंग के तहत भेजा गया
भाजपा जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद पाण्डेय की अगुवाई में पहुंचे बीजेपी नेताओं ने पुलिस अधिकारी के सामने कांग्रेस विधायक पर पलटवार किया। बीजेपी पदाधिकारियों ने निगम के वाहन कर्मचारी गणेश कुशवाहा पर विधायक का सजातीय होने और सांसद की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया। भाजपा जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद पाण्डेय ने इस पूरे घटनाक्रम को ‘हत्या की साजिश’ करार दिया हैं उन्होंने कहा कि यह सुनियोजित षड्यंत्र है, जिसमें गणेश कुशवाहा को प्लानिंग के तहत भेजा गया।
हत्या के प्रयास का सुनियोजित षड्यंत्र
उन्होंने आरोप लगाया कि जब सांसद गणेश सिंह क्रेन से उतर रहे थे, तब गणेश कुशवाहा ने लापरवाहीपूर्वक हाइड्रोलिक को गिरा दिया, जिससे सांसद को गंभीर चोट लगते-लगते बची। बीजेपी ने इसे “हत्या के प्रयास का सुनियोजित षड्यंत्र” बताते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि प्रदेश अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष तक कांग्रेस के दोनों लोग इस घटनाक्रम में शामिल हैं, इसलिए उन पर भी एफआईआर दर्ज की जाए।
दोनों पक्षों के आवेदन की जांच के बाद कार्रवाई
हलाकि इस हाई-प्रोफाइल मामले पर पुलिस अधिकारी ने दोनों पक्षों के आवेदन और ज्ञापन लेने के बाद जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया। पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि कांग्रेस की ओर से सांसद गणेश सिंह के खिलाफ मारपीट की शिकायत मिली है, जबकि बीजेपी की ओर से कांग्रेस विधायक पर हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में दोनों पक्षों के आवेदनों पर जांच की जाएगी और जांच में साक्ष्यों के अनुरूप जो भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

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