शब्बीर अहमद, भोपाल। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे के पत्र पर मध्य प्रदेश में सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने कहा कि संघ पर प्रतिबंध लगाने की बात अगर कर्नाटक से उठी है तो दूर तलक आएगी। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने तीखा पलटवार किया हैं। बीजेपी ने कहा कि कई बार प्रतिबंध के बावजूद संघ 100 साल का हो गया।
बात दूर तलक जाएगी- कांग्रेस
एमपी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि संघ पर महात्मा गांधी की हत्या के बाद प्रतिबंध लगाया गया था। कर्नाटक की जो स्थिति है उसके हिसाब से वहां के मंत्री ने पत्र लिखा है। संघ पर प्रतिबंध लगाने की बात अगर कर्नाटक से उठी है तो दूर तलक आएगी।
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BJP बोली- चांद पर भी लगेगी RSS की शाखा
वहीं भोपाल के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस पर पलटवार किया हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता हमेशा से संघ के धुर विरोधी रहे है, चाहे वह नेहरू जी हो, इंदिरा गांधी हो या अब सोनिया और राहुल गांधी, लेकिन संघ पर कई बार प्रतिबंध के बावजूद संघ सौ साल का हो गया। कांग्रेसी यह न भूले कि जब देश में कोई आपदा आती है, तब कांग्रेस के नेता नहीं बल्कि संघ के स्वयंसेवक जाता है। थोड़ा सा सब्र करो आने वाले समय में चांद पार भी शाखा लगेगी।
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प्रियांक खरगे ने की RSS पर प्रतिबंध की मांग
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे व कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने सीएम सिद्धारमैया को एक पत्र लिखा हैं। जिसमें उन्होंने आरएसएस की गतिविधियों पर बैन लगाने की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि पत्र में कहा गया है कि आरएसएस संविधान के खिलाफ गतिविधियां करता है। संघ की गतिविधियों के माध्यम से युवाओं और बच्चों को उकसाया जाता है, जिससे देश की एकता और अखंडता पर खतरा उत्पन्न हो सकता है। प्रियांक ने कहा कि शाखाओं और बैठकों पर पाबंदी लगाई जाए।
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