राकेश चतुर्वेदी/अजय शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ कांग्रेस नेताओं के बयानबाजी के बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान उनके समर्थन में उतरे हैं। दिग्विजय सिंह के बयान पर सीएम शिवराज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि सिंधिया गद्दार नहीं खुद्दार हैं। कांग्रेस ने चुनाव लड़ा सिंधिया के नाम पर और बुजुर्ग कमलनाथ को मुख्यमंत्री बना दिया। सरकार भी कमलनाथ नहीं पीछे से दिग्गी राजा चला रहे थे। सिंधियाजी ने कहा था काम करो नहीं तो सड़कों पर उतर जाएंगे। कमलनाथ ने कह दिया था उतर जाओ। खुद्दार यह कैसे बर्दाश्त कर सकता है। मिलने जाएं तो कह देते थे चले-चलो अगर वह लोग गलत होते तो जनता उपचुनाव में हजारों वोटों से क्यों जिताती।

कांग्रेस का क्या होगा भगवान जाने

सीएम शिवराज ने कांग्रेस पार्टी को भी आड़ेहाथों लिया है। कहा कि कांग्रेस में छोटेपन और ओछेपन की होड़ लगी है। एक नेता दूसरे को छोटा करने के लिए बड़ा बयान देना चाहता है। इसमें कमलनाथ और दिग्विजय सिंह भी शामिल हैं। कांग्रेस का क्या होगा भगवान जाने। नक्सली एनकाउंटर पर कहा कि सवा साल में चार बार नक्सलियों का एनकाउंटर किया गया है। एनकाउंटर में ढेर हुए नक्सलियों पर डेढ़ करोड़ का इनाम था। मुख्यमंत्री ने एनकाउंटर करने वाली फोर्स को शुभकामनाएं दी। कहा कि मध्यप्रदेश में नक्सली, आतंकी, डकैत, गुंडे, बदमाशों को पनपने नहीं दिया जाएगा।

इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने पलटवार किया है। कमलनाथ ने सीएम हेल्पलाइन में झूठी शिकायतों और कर्मचारियों को न्याय न मिलने की बात को सीएम शिवराज के स्वीकार करने पर कमलनाथ ने तंज कसा है। कहा कि- सीएम हेल्पलाइन के बारे में शिवराज सिंह चौहान खुद स्वीकार कर रहे हैं तो इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है। पूरे देश में सबसे ज्यादा गिरी हुई कानून व्यवस्था इस समय कहीं है तो वह मध्यप्रदेश है। शिवराज का कानून व्यवस्था पर ध्यान नहीं है और अब तो उन्हें खुद ही यह बात स्वीकार करनी पड़ रही है। कमलनाथ ने सिवनी मालवा रवाना होने से पहले यह बातें कही है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus