अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी साल में पार्टी छोड़कर पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है। कुछ लोगों को पुराने संगठन और पार्टी को छोड़कर दूसरी पार्टी में राजनीतिक भविष्य सुरक्षित लग रहे हैं। लोगों के इस कदम से प्रदेश की राजनीति में चुनाव के पहले नए समीकरण बनने और बिगड़ने लगे हैं। इसी कड़ी में बजरंग सेना के राष्ट्रीय संयोजक रघुनंदन शर्मा अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।

कमलनाथ ने लगाए जय श्रीराम के नारे

इस अवसर पर कमलनाथ ने जय जय श्री राम के नारे लगाए। कमलनाथ ने कहा कि दीपक जोशी का नाम सबसे पहले होना चाहिए। आज का दिन ऐतिहासिक है। आप कांग्रेस का साथ नहीं, सच्चाई का दे रहे हैं। प्रदेश के तस्वीर आपके सामने है। महाकाल में नर्मदा घोटाला, जहां देखो घोटाला। मुझे चिंता अपने जीवन की नहीं है, मुझे चिंता है अगली पीढ़ी को प्रदेश कैसे सौंपेंगे। एक करोड़ नौजवान बेरोजगार है। जितने निवेश की घोषण की थी उतना देश में नहीं आता, जितना एमपी के लिए घोषणा की गई। कहा कि- धर्म विचार का विषय है, राजनीतिक विचार का विषय नहीं है। हम धर्म को मंच पर लाते है, ये कैसे रास्ते पर चलना चाहते है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपा इस्तीफा

बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस नेता दीपक जोशी और सज्जन सिंह वर्मा से बजरंग सेना के संयोजक से मुलाकात हुई थी। इसके बाद संघ और बीजेपी के कई पदाधिकारियों ने रघुनंदन शर्मा से मुलाकात की थी। उनसे मिलकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की भी गई थी। रघुनंदन शर्मा ने पीसीसी चीफ कमलनाथ की मौजूदगी में राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपा है।

कांग्रेस दफ्तर में हनुमान चालीसा का पाठ

इसके पूर्व कांग्रेस नेता दीपक जोशी के नेतृत्व में बजरंग सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भगवा ध्वज लेकर रैली के रूप में पैदल ही कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। पीसीसी दफ्तर पहुंचने पर रैली का स्वागत कमलनाथ ने किया। यहां हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके बाद रघुनंदन शर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ पीसीसी चीफ कमलनाथ को गदा भेंट किया। बजरंग सेना ने आगामी विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का आश्वासन दिया है।

रैली की शक्ल में कांग्रेस दफ्तर जाते बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता

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