शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश में आज सियासत का सुपर शुक्रवार है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में जहां केंद्रीय मंत्री अमित शाह का मेगा शो होगा, वहीं कांग्रेस का मिशन 2023 के तहत आज प्रदेश में महंगाई के खिलाफ हल्ला बोले कार्यक्रम है।

प्रदेश के राजनीतिक पंडितों ने अमित शाह के दौरे के सियासी मायने निकाल रहे हैं। 2018 के परिणाम के बाद से बीजेपी का आदिवासी वोटों पर पूरी तरह फोकस है। एमपी में करीब 22 फीसदी आदिवासी वोट है। आदिवासी रिजर्व 47 सीट में से सिर्फ 16 पर बीजेपी काबिज है। वहीं 2013 में बीजेपी के पास 32 सीटें थी। आदिवासी वोटों को फिर से अपने पाले में लाने में बीजेपी जुटी है। पिछले 6 महीने में अमित शाह का यह दूसरा एमपी दौरा है।

सितंबर में जबलपुर दौरे के दौरान शाह आदिवासियों को साधते नजर आए थे। गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद राजा शंकर शाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नवंबर में जनजाति गौरव दिवस के कार्यक्रम में एमपी पहुंचे थे। मध्यप्रदेश का इतिहास है जिधर आदिवासी उधर सत्ता। साल 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आदिवासी में सबसे ज्यादा वोट मिले थे।

इधर कांग्रेस ने भी मिशन 2023 की तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आज महंगाई को लेकर कांग्रेस का हल्ला बोल कार्यक्रम है। रतलाम में पीसीसी चीफ कमलनाथ हुंकार भरेंगे। वे रतलाम के अंबेडकर ग्राउंड में बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान संगठन की मजबूती पर भी कमलनाथ का फोकस रहेगा। मंगलम-सेक्टर, बूथ इकाइयों के पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। अलग-अलग जिलों में पहुंचकर कमलनाथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एक्टिव करने में जुट गए हैं।

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