रायपुर- कोरोना के बेकाबू होते मामलों के बीच पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री ‘टी एस सिंहदेव की उस टिप्पणी पर सवाल उठाया है, जिसमें यह कहा गया है कि आपदा से निपटने केंद्रीय सहायता नहीं मिल रही. उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर शादी आपने की है, तो पालने की जिम्मेदारी आप की है, कोई दूसरा पालने नहीं आएगा. केंद्र से बार-बार मांग करना राज्य सरकार के सक्षम होने पर सवाल खड़ा करता है. दूसरे के भरोसे सरकार नहीं चलती है, अपने दम पर व्यवस्था की जानी चाहिए. जब खुद की क्षमताएं समाप्त हो जाती हैं, तो दूसरे से अपेक्षाएं बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि सरकार यह कह दे कि हम सक्षम नहीं है, हम प्रदेश नहीं संभाल सकते, हम राज्य के लोगों की रक्षा नहीं कर सकते, फिर केंद्र सरकार सब कुछ संभाल लेगी.
कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्यों के मुख्यमंत्रियों से हुई चर्चा और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के दिए गए बयान के बाद मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण से निपटने में नाकाम साबित हुई है. छह महीने का समय मिलने के बाद भी सरकार ने एक भी वेंटिलेटर नहीं बढ़ाया है. आक्सीजन की भी शार्टेज हो रही है. औद्योगिक आक्सीजन को कंट्रोल कर मरीजों के लिए ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया था, लेकिन यह दुर्भाग्यजनक है कि कोरोना के बढ़ते मामलों पर राज्य सरकार पूरी जिम्मेदारी केंद्र पर थोप देती है. जब यह कहा जा चुका है कि डीएमएफ फंड की राशि का इस्तेमाल कीजिए, राज्य आपदा की राशि का इस्तेमाल कीजिए, लेकिन इस मद की राशि का सरकार इस्तेमाल नहीं कर रही. मेकाहारा में आज तक आईसीयू नहीं बन सका है.
इधर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि कोरोना को लेकर यह आभाष लंबे समय से ही था कि नवंबर-दिसंबर में इसका पीक देखने को मिलेगा. छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं है. मौतों की संख्या बढ़ रही है. स्वस्थ व्यक्ति भी तेजी से मौत की चपेट में आ रहा है. ऐसे वक्त छत्तीसगढ़ सरकार की तैयारी में कमी नजर आ रही है. केंद्र ने वेंटिलेटर भेजे, लेकिन उनमें से अधिकांश लग भी नहीं सके हैं. मेकाहारा, एम्स जैसे अस्पतालों में वेंटिलेटर फुल हो गए हैं. स्थिति बेहद खराब है. तीन-चार दिनों के भीतर राज्य सरकार को कोरोना से निपटने अपनी पूरी तैयारी रखनी होगी, नहीं तो राज्य की स्थिति बेहद खराब हो जाएगी. सोनी ने कहा कि केवल बयानों से कोरोना की लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है. राज्य सरकार सिर्फ बयान दे रही है. पहले दिन से ही बयान दिया जा रहा है. हमने हमेशा कहा है कि कोरोना की लड़ाई मिलकर लड़नी है. बयान देने भर से कुछ नहीं होगा.