शिखिल ब्यौहार, भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार धार्मिक आस्थाओं का केंद्र गौमाता संरक्षण को लेकर बड़े कदम बढ़ाने जा रही है। डॉ मोहन यादव कैबिनेट में गौवंश संरक्षण और संवर्धन को लेकर विचार मंथन किया गया। लोकसभा के नजदीकी समय में इस फैसले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। वहीं कांग्रेस ने बीते दिनों शिवपुरी और सलकनपुर में हुई गायों की मौत के मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला। साथ ही आरोप लगाया कि बीजेपी का धर्म सिर्फ वोट की सियासत तक ही सीमित है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस के महामंत्री जेपी धनोपिया ने कहा कि बीजेपी सरकार में सालों से धर्म के नाम पर सिर्फ राजनीति की गई। गौवंश की जितनी मौत बीजेपी सरकार में हुई उतनी कभी नहीं हुई। गौशालाओं का अनुदान के साथ गौ माता के चारे की राशि के नाम पर भी बीजेपी सरकार ने झूठ बोला। धनोपिया ने दावा किया कि प्रदेश में कमलनाथ सरकार में ही गौवंश संरक्षण के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए गए। कांग्रेस शासनकाल के फैसलों पर भी सरकार अमल नहीं कर पाई। उधर, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता मिलन भार्गव ने कहा कि जब-जब धर्म से जुड़े मामलों पर सरकार फैसले लेती है तो कांग्रेस के पेट में दर्द होता है। कांग्रेस को यह नहीं भूलना चाहिए कि गौवंश संरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे संतों पर आखिर किस शासनकाल में लाठियां और गोलियां चलाई गई थीं।

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मोहन सरकार ने लिया यह निर्णय

सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में गौशाला प्रबंधन को बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं में गौ माता शिकार हो जाती हैं, अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि यह सड़कों पर न दिखें। इसके लिए गौशालाओं के लिए राशि और मानदेय बढ़ाया जाएगा। यदि गौ माता मृत्यु की शिकार होती हैं, तो उनके सम्मानजनक दाह संस्कार की व्यवस्था सरकार करेगी। गौ माता के अवशेष अपमानित न हों इसके लिए समाधि या अन्य व्यवस्थाओं पर गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा।

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