कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। गुना की घटना को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया है। कमलनाथ सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ ट्वीट तक सीमित है, जबकि भारतीय जनता पार्टी जमीन पर है। गुना की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, उसकी पूरी तहकीकात हो रही है, जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। दरअसल, गुना में आदिवसी महिला को जलाए जाने की घटना को लेकर कमलनाथ ने शिवराज सरकार सवाल उठाते हुए BJP के शासन में आदिवासियों को असुरक्षित बताया था।

कमलनाथ के बयान पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश सरकार आदिवासी हितैषी सरकार है। BJP सरकार ने देश के इतिहास में पहली बार एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपने प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया है। वहीं सिंधिया ने नसीहत देते हुए कहा कि कमलनाथ को अपने आइने में झांकना चाहिए। कोई टिप्पणी करने से पहले कांग्रेस के शासनकाल में जिस तरह से आदिवासियों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी। कांग्रेस आदिवासी विरोधी सरकार बनी थी, लेकिन आज एक आदिवासी हितेषी सरकार बनी है।

महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन को लेकर दिया ये बयान

महाराष्ट्र सरकार में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मैं उनको बधाई देता हूं। यह संयुक्त रूप से एक प्रगति कारक सरकार है, यह सरकार प्रगति विकास और विचारधारा के लिए समर्पित है। सत्ता के लिए हर मूल्य और सिद्धांत के साथ समझौता करने वाली सरकार नहीं है। एकनाथ शिंदे से मेरी चर्चा भी हुई है, शिंदे और फडणवीस की संयुक्त सरकार महाराष्ट्र को राष्ट्रीय पटल से लेकर विश्व पटल पर लेकर जाएगी।

वीओ–महाराष्ट्र सरकार में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मैं उनको बधाई देता हूं यह संयुक्त रूप से एक प्रगति कारक सरकार है, यह सरकार प्रगति विकास और विचारधारा के लिए समर्पित है सत्ता के लिए हर मूल्य और सिद्धांत के साथ समझौता करने वाली सरकार नहीं है, एकनाथ शिंदे जी से मेरी चर्चा भी हुई है, शिंदे जी और फडणवीस जी की संयुक्त सरकार महाराष्ट्र को राष्ट्रीय पटल से लेकर विश्व पटल पर लेकर जाएगी,

वहीं महाराष्ट्र में जैसे शिंदे मुख्यमंत्री बने हैं, वैसे क्या मध्यप्रदेश में सिंधिया भी मुख्यमंत्री बनाए जा सकता है क्या? इस सवाल पर सिंधिया ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश की जनता का सेवक हूं। मेरी आजी अम्मा साहब राजमाता जी ने, मेरे पिता ने, मैंने खुद कभी कुर्सी और पद का नहीं सोचा है। मैं केवल सेवक हूं और सेवक के आधार पर ही मैंने अपनी राजनीति की आधारशिला रखते हुए जन सेवा का कार्य चुना है।

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