अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश में बिजली कटौती और कोयला सकंट को लेकर सियासत जारी है। इस मामले को लेकर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बिजली कटौती को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। कहा ये बात सही है कि पूरे देश में बिजली का संकट है। हम अगर देखें तो अन्य राज्यों की तुलना में एमपी में अच्छी बिजली दी जा रही है।

हम बिजली देने में सबसे आगे हैं और पर्याप्त बिजली दे रहे हैं। बस आधे घंटे की बिजली कटौती हो रही है। ये बिजली की समस्या तो हमेशा रहनी है। अब हम सौर ऊर्जा के उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। हमने तय किया है कि मंत्री अपने बंगले और शासकीय भवनों में सोलर बिजली के उपकरण लगवाएं। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह के ट्वीट देखकर अचंभा होता है। हमारी सरकार में तो बिजली आती जाती है। इनकी सरकार में तो बिजली आती ही नहीं थी। आश्चर्य की बात हैं कि कमलनाथ किसानों के लिए बोलते हैं जिन्होंने उनका कर्ज माफ नहीं किया।

खरगोन और सिवनी में कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल जाने को पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा -कांग्रेस की रिपोर्ट पहले से मालूम। जो भी प्रतिनिधिमंडल जाता है वह भी सरकार के पक्ष में रिपोर्ट नहीं देता। 1 दिन की खबर बनने के लिए और सरकार के खिलाफ रिपोर्ट देने के लिए कांग्रेस अपना प्रतिनिधि मंडल भेजता है। किसी भी रिपोर्ट में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नहीं जाते। सिवनी मामले में कहा अधिकांश लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 8 लाख 25 हजार की सहायता राशि भी दी गयी है। घटना में बजंरगदल के लोगों के शामिल होने के कांग्रेस के आरोप पर गृह मंत्री ने कहा- प्रथम दृष्टया ऐसा कुछ नहीं है। गौ मांस को लेकर कहा- प्रारंभिक जांच में कुछ लोगों ने गौमांस बताया है।

बिजली कटौती पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बीजेपी पर पलटवार किया है। कहा बिजली संकट इस बीजेपी सरकार का पैदा किया हुआ है। कोयला इनके पास नहीं है। विदेशों से कोयला मंगवाने की ये बात करते आ रहे हैं। ये लाएंगे तो भ्रष्टाचार भी होगा और बिजली भी महंगी होगी। ये आम लोगों की जेब काटने का काम कर रहे हैं। लोगों पर डाका डालने में बीजेपी में लगी हुई है। कमलनाथ की सरकार में 100 रुपए 100 यूनिट बिजली मिलती थी वो भी 24 घंटे तक।

कुमार इंदर। जबलपुर। मध्यप्रदेश बिजली संकट के बीच मंथन 2022 कार्यक्रम को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर का बयान सामने आया है। कर्मचारियों की क्षमता को उभारने मंथन कार्यक्रम हो रहा है। लोगों के साथ टीम भावना के साथ काम करने के लिए आयोजन है। स्मार्ट मीटर लगाने पर तेजी से काम हो रहा है। आज हमारे पास ढाई से तीन लाख मीट्रिक टन कोयले की उपलब्धता है। सड़क मार्ग से 20 लाख टन कोयले का टेंडर किया है। विदेश से 7.30 लाख टन कोयला आयात करने के लिए टेंडर किया गया है। कोई प्राकृतिक आपदा नहीं आई तो मध्यप्रदेश में कोयले का संकट नहीं आएगा। 15 महीने की कांग्रेस सरकार की तुलना में अब नहीं हो रही बिजली कटौती। विद्युत क्षेत्र में नए प्लांट लाने का भी काम हो रहा है। विद्युत विभाग में कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए उपाय किया जाएगा। 5 से 7 मई तक तीन दिन तक कार्यक्रम चलेगा।

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