छत्तीसगढ़ में 25 सौ रुपए समर्थन मूल्य में धान खरीदी पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है, उल्टे सियासत गरमाई हुई है. पूर्व सीएम रमन सिंह के द्वारा 2500 रुपए देने का वादा मोदी से पूछकर नहीं किया था वाले बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. बघेल ने कहा कि रमन मूर्खों जैसी बात न करें, किसानों की परेशानी की वजह भाजपा ही है.

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि यह मूर्खता पूर्ण बातें हैं. रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे, मंत्री रहे, लेकिन उनके पास फ़ाइल नहीं जाती थी. रमन सिंह मूर्खो जैसी बात ना करें. कोई भी काम केंद्र और राज्य से मिलकर होता है. चावल खरीदने का काम उनका है. उनके आदेश से हम चावल बना कर देते हैं. बोनस केंद्र सरकार भी देती थी. रमन सिंह बताएं कि बोनस पर रोक लगाना सही है गलत है ? रमन सिंह को बताना चाहिए भारत सरकार ने बोनस पर रोक लगाई है वह किसानों के विरोध में है कि नहीं है ? गलत है या नहीं है ? मनमोहन सिंह की सरकार में बोनस मिलता था.

उन्होंने कहा कि पहले रमन सिंह बताएं कि उनके कार्यकाल में कोरोना नहीं था, लेकिन पुराने पेपर निकाल कर देख लीजिए. वारदाने की कमी के कारण, पेमेंट की वजह से कितने आंदोलन हुए हैं. वह जो नहीं कर पाए थे. कोरोना न होने के बाद भी सारी अव्यवस्थाओं के लिए क्या रमन सिंह माफी मांगेगे ? किसानों और सरकार को परेशानी हो रही है, उसके पीछे का कारण भाजपा है.

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बेसबॉल पहली बार खेला- सीएम

सीएम भूपेश कल बस्तर में बेसबॉल और वॉलीबॉल के खेल में शामिल हुए थे. इस पर उन्होंने कहा कि वॉलीबॉल बैडमिंटन खेलते रहे इस तरह की तीरंदाजी नहीं की थी. पहले बचपन में तीर बनाकर खेलते थे. बेसबॉल पहली बार खेला है. गिल्ली डंडा की प्रैक्टिस रही है और क्रिकेट भी खेला है.

गोडसे मुर्दाबाद कब बोलेगी बीजेपी ?

प्रदेश के करीब 85 नेता वर्धा में ट्रेनिंग प्रोग्राम पर गए हुए है. जिस पर भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा था कि गांधी के रास्ते से कांग्रेस भटक गई है. इस पर सीएम भूपेश ने कहा कि हम भटक गए हैं या नहीं, ये हम पर छोड़ दीजिए. लेकिन वह गोडसे को छोड़ रहे है कि नहीं ? गोडसे मुर्दाबाद कब बोलेंगे इसका इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ट्रेंनिग प्रोगाम लगातार चलते रहना चाहिए. बैठक संवाद, ट्रेनिंग लगातार होने चाहिए. प्रजातंत्र के लिए जरूरी है. नए लोगों को कांग्रेस के इतिहास के बारे में, नेताओं के बारे में जानकारी होनी चाहिए. इस तरह की योजना होनी चाहिए.

भोले भाले आदिवासियों को ना पहुंचाए क्षति

नक्सलवाद पर सीएम ने कहा कि कोई भी युद्ध होता है, तो सीमा में लड़ाई करने नहीं चला जाता है. सारी रणनीति बनानी पड़ती है. हमारे यहां रणनीति यही है अपने लोगों को विश्वास में ले. आदिवासी हो, परंपरागत निवासी हो, नौजवान, पत्रकार, व्यापारी सबको विश्वास में ले. दूसरी बात यह है कि हमारे जितने भी फोर्स हैं, उन सब को जहां वो तैनात है, वहां के लोगों से संपर्क रहना चाहिए. उन्हें जानकारी होनी चाहिए तब जाकर कुछ होगा, नहीं तो अनजाने में ही कई दुर्घटना पिछले दिनों हुई है. हमारी कोशिश है कि भोले भाले आदिवासियों को आर्थिक शारीरिक क्षति ना हो. इसलिए हमें रणनीति के हिसाब से काम करना चाहिए. ताकि नुकसान कम से कम हो और सफलता ज्यादा से ज्यादा हो.

आंकड़े बता रहे, ये आरोप सत्य नहीं

रकबा कम होने के आरोपों पर कहा कि गिरदावरी के बाद किसानों की संख्या बढ़ी है. रकबा भी बढ़ा है. पिछले साल 19 लाख हेक्टेयर की रजिस्ट्रेशन की थी. इस लाख सारे 21 लाख हेक्टेयर के रजिस्ट्रेशन हुए हैं. आंकड़े बता रहे हैं कि ये आरोप सत्य नहीं हैं. धान उठाओ के मामले में केंद्र सरकार को क्यों नहीं लिखते ? 60 लाख मैट्रिक टन की अनुमत मिली थी, लेकिन 24 लाख मीट्रिक टन की अनुमति दी है. दिसंबर बीतने के बाद जनवरी में अनुमति दी है, इतना विलंब क्यों किया ?