राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। सीएम शिवराज सिंह द्वारा आज मंत्रालय में विभिन्न विभागों की मैराथन बैठक के बाद राज्य में जीडीपी बढ़ाने 10 सदस्यीय टॅास्क फोर्ट समिति गठित की है। सरकार द्वारा टॉस्क फोर्स समिति गठन के बाद राज्य की आर्थिक स्थिति को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है, वहीं बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि सरकार ने खजाना खाली होने का रोना  कभी नहीं रोया।

कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेद्र गुप्ता ने कहा कि अभी 40 हजार करोड़ का कर्जा लेने की नौबत आ रही है। आर्थिक स्थिति को लेकर सरकार श्वेत -पत्र जारी करें। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर आई तो कैसे राहत दी जाएगी। सरकार अपना पक्ष साक्षा करें। क्या योजना रहेगी अभी से सामने आना चाहिए। इसी तरह व्यवहारिक पहलुओं का पक्ष भी सामने आना चाहिए। उन्होंने बताया कि मप्र सरकार पर 2 करोड़ 56 लाख करोड़ का कर्ज है। इस हिसाब से प्रदेश के प्रत्येक नागरिक पर 34 हजार रुपए का कर्जा है। सरकार फिर कर्जा लेने की तैयारी कर रही है। तीसरी लहर के बीच वित्तीय हालातों से बाहर निकलना बड़ी चुनौती है। तीसरी लहर की तैयारियों के लिए बड़ा बजट चाहिए।

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कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है। प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कभी भी खजाना खाली नहीं होने का रोना नहीं रोया। हमारे पर एक ही रोड मैप है हर हाल में रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार में आए तो पूरे समय खजाना खाली होने का रोना रोते रहे।

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