रायपुर. आदिवासियों के आरक्षण को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत जारी है. आरक्षण के मसले पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने के फैसले पर कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने कहा, फैसला स्वागत योग्य है. इस पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है.

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मंत्री अमरजीत ने कहा, सीएम ने पहले ही कहा था कि आदिवासियों को आरक्षण दिलाकर रहेंगे, आज भी वो कमिटमेंट कायम है. आरक्षण को लेकर अधिकारियों का दल अन्य राज्यों के लिए भी रवाना हो चुका है. न्यायालय में भी सरकार अपना पक्ष रख रही है. विशेष सत्र बुलाकर आदिवासियों को उनका हक दिलाया जाएगा.

उन्होंने कहा, देश आजाद हुआ, उस समय आरक्षण कांग्रेस ने दिया. आज भी आरक्षण को लेकर कांग्रेस प्रतिबद्ध है. भाजपा आरक्षण के मसले पर बुरी तरह घिर चुकी है. आदिवासियों का भाजपा ने लगातर अपमान किया है. मंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा, आदिवासियों को उनकी आबादी के आधार पर आरक्षण दिलाने का काम रमन सिंह सरकार ने किया. बीजेपी ने उन्हें आरक्षण दिया. इस मसले पर बीजेपी नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी घिर रही है.

विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा, सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को दिग्भ्रमित कर रही है. भूपेश कैबिनेट ने पूर्व में भी ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण का निर्णय लिया, जिस पर स्टे लगा. जो कोर्ट में जाकर आरक्षण रुकवाने का प्रयास करते हैं उसे सरकार उच्च पदों पर नियुक्त कर देती है.

विधायक शर्मा ने कहा, बीजेपी आज भी चाहती है कि अनुसूचित जनजाति वर्ग को 32 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए. हम इसका समर्थन करते हैं. हमने विशेष सत्र बुलाने की मांग पहले ही की थी. इन्हें अक्टूबर में ही सत्र बुलाना था, इन्होंने सत्र बुलाने में देर कर दी.

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