रायपुर- एक आदिवासी युवक की पिटाई करते कांग्रेसी पार्षद कामरान अंसारी के वायरल वीडियो के जरिए राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया है. नेताम ने ट्वीट कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट के जरिए सवाल उठाया है कि एक जनजातीय वर्ग की गरीब महिला और उसे बेटे को बेरहमी से पीटने की घटना पर किसी नेता ने कोई टिप्पणी नहीं की.
श्री @MohanMarkamPCC जी, मुझे उम्मीद है कि समाचार पत्रों के माध्यम से आपको अवश्य जानकारी प्राप्त हुई होगी कि आपकी पार्टी के जनप्रतिनिधि ने एक जनजातीय वर्ग की गरीब महिला एवं उसके पुत्र को बेरहमी से पीटा है, किन्तु आपके या आपके पार्टी के किसी नेता ने इस विषय पर कोई बात नही की,
— Ramvichar Netam (@RamvicharNetam) January 13, 2021
मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद से रामविचार नेताम लगातार हमलावर हैं. उन्होंने घटना के दिन भी ट्वीट कर घटना की निंदा करते हुए लिखा था कि, ‘सत्ता के नशे में चूर कांग्रेस पार्टी के जनप्रतिनिधि द्वारा आदिवासी समाज की महिला एवं उसके पुत्र के साथ इस प्रकार का अत्याचार कांग्रेस पार्टी का जनजातीय समाज के प्रति सोच को दर्शाता है. इस घटना की जितनी भत्सना कि जाए उतनी कम है’.
नेताम ने अपने ताजा ट्वीट में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम को टैग करते हुए लिखा है कि, ‘ यहां तक कि आपके प्रतिनिधि के गुंडे खुलेआम पीड़ित परिवार को धमका रहा है, जिसके बाद भाजपा संगठन के दबाव पर उनपे पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की लेकिन ना ही उनकी गिरफ्तारी हुई ना ही उनके खिलाफ आपकी पार्टी ने इस गंभीर घटना पर कोई बात की’.
यहाँ तक कि आपके प्रतिनिधि के गुंडे खुलेआम पीड़ित परिवार को धमका रहा है, जिसके बाद भाजपा संगठन के दबाव पर उनपे पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की लेकिन ना ही उनकी गिरफ्तारी हुई ना ही उनके खिलाफ आपकी पार्टी ने इस गंभीर घटना पर कोई बात की,
— Ramvichar Netam (@RamvicharNetam) January 13, 2021
बता दें कि कांग्रेसी पार्षद कामरान अंसारी इस वीडियो में एक युवक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटता नजर आ रहा है, जिस युवक को पीटा गया उसकी मां पार्षद और उसके समर्थकों से छोड़ देने की गुहार कर रही है, मगर गुस्साए पार्षद और समर्थक महिला की एक नहीं सुन रहे थे और युवक को पीटते रहे. रविवार को हुई इस मारपीट के मामले में युवक के खिलाफ पार्षद ने ही एफआईआर दर्ज करा दी. बाद में बीजेपी ने थाना पहुंच कर इसका विरोध किया. मामले को बढ़ते देख पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की गई और हिरासत में लिया गया, बाद में थाने से ही मुचलके पर छोड़ दिया गया.
हालांकि इस पूरी घटना पर सफाई देते हुए पार्षद कामरान ने बताया था कि युवक नशे में था और दफ्तर के भीतर घुसकर तोड़-फोड़ करने की कोशिश कर रहा था. मना करने के बाद उसने गालियां दी थी. कामरान ने यह भी बताया था कि युवक नशे के कारोबार से जुड़ा है, जिसकी शिकायत पहले भी की गई है.