राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में महंगे गिफ्ट को लेकर सरकार द्वारा 60 साल पुराने सिविल सेवा आचरण नियमों में बदलाव की तैयारी पर सत्ता पक्ष बीजेपी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। सरकार महंगे गिफ्ट कहां से आए सरकारी कर्मियों को बताना जरूरी नहीं होगा इस नियम में बदलाव की तैयारी कर रही है।

नेता अब अधिकारियों के जरिए गिफ्ट लेंगे

मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- यह सीधा सीधा भ्रष्टाचार का लाइसेंस है। नेता अब अधिकारियों के जरिए गिफ्ट लेंगे। ये ठीक नहीं है। पुराना आदेश बरकरार रहना चाहिए, कुछ हद तो रोक रहती है।

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ये 60 साल पहले का नियम

वहीं मामले को लेकर बीजेपी के पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा-सड़े गले कानून जिनका आज कोई औचित्य नहीं है। ये 60 साल पहले का नियम है। इतनी तो पहले सामान्य कर्मचारियों की तनख्वाह होती थी। ऐसे कानून हंसी का पात्र बनते हैं। इसका विचार हो रहा है यह स्वागत योग्य है

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