रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रिपब्लिक भारत टीवी न्यूज चैनल के संपादक अर्नब गोस्वामी और उनकी पत्नी पर मुंबई में हुए हमले को बेहद शर्नाक बताया है। रमन सिंह का आरोप है कि अर्नब पर हमला कांग्रेस की गुंडावाहिनी द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस मामले में देश और ख़ास कर प्रेस जगत से निःशर्त क्षमायाचना करनी चाहिए।

डॉ. सिंह ने का कहना है कि अर्नब गोस्वामी और उनकी पत्नी पर कांग्रेस के गुंडों ने हमला करके कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को बेनकाब कर दिया है। सहिष्णुता और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर गाहे-बगाहे प्रलाप करने वाला कांग्रेस का नेतृत्व अपनी राजनीतिक आलोचना पर इतना असहिष्णु हो गया कि गुंडों को भेजकर न केवल एक पत्रकार या व्यक्ति पर, अपितु प्रेस की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करवाया। ऐसा करके कांग्रेस ने अपने नितांत अलोकतांत्रिक चरित्र का प्रदर्शन किया है।

उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेतृत्व की इस बात के लिए भी कड़ी निंदा की जानी चाहिए कि हमले की निंदा करने के बजाय कांग्रेस के कतिपय बड़े नेता अपने-अपने वेरीफाइड ट्विटर हैंडल पर अर्नब गोस्वामी व अन्य पत्रकारों को न केवल धमका रहे हैं, बल्कि हमलावर कांग्रेसी गुंडों को उकसाने में भी लगे थे। आपातकाल का जो काला अध्याय प्रेस और अभिव्यक्ति की आजादी कुचलकर कांग्रेस ने लिखा है, उस कांग्रेस के नेतृत्व की शह पर गुंडों द्वारा ऐसे ही हिंसक हमलों को अंजाम दिया जा सकता है।

वहीं उन्होंने यह भी कहा कि अर्नब गोस्वामी के खिलाफ देशभर में एफआईआर कराके आतंक और दबाव की स्थिति बनाने पर आमादा है। छत्तीसगढ़ में भी गोस्वामी खिलाफ 101 एफआईआर दर्ज कराया जाना कांग्रेस की इसी असहिष्णुता और तिलमिलाहट का परिचायक है। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता ऐसा करके सांप्रदायिक जहर और नफरत के माहौल को अपनी तुष्टिकरण की राजनीति के लिए पोषित कर रहे हैं। ऐसा करके प्रदेश के कांग्रेस नेता खानदान के प्रति अपनी स्वामीभक्ति के प्रदर्शन की होड़ में भी अव्वल बने रहना चाहते हैं। प्रेस की आजादी पर हिंसक हमले से बेनकाब हो चुकी कांग्रेस अपनी करतूत पर शर्मिंदा होने के बजाय अब इस मामले को सांप्रदायिक रंग देकर अपने पाप कर्म को सही साबित करने की ही कोशिश कर रही है, ऐसा होने नही दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि लाख धुआं फैला दे कांग्रेस लेकिन देश जानना चाहता है कि अर्नब गोस्वामी के सवाल का क्या जवाब है कांग्रेस के पास ? निर्दोष देवतुल्य संतों की नृशंस हत्या पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा आख़िर चुप क्यों रही ?