नई दिल्ली . दिल्ली-एनसीआर पर बनी स्मॉग की चादर और मोटी हो गई है. हल्के बादलों के चलते प्रदूषक कणों का बिखराव और भी धीमा हो गया है. इस कारण राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी से सिर्फ चार अंक नीचे रह गया है.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 397 के अंक पर रहा. इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है, लेकिन यह गंभीर श्रेणी से सिर्फ चार अंक नीचे है. सोमवार को यह सूचकांक 358 के स्तर पर रहा था. इस तरह 24 घंटों के भीतर इसमें 39 अंकों की बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली के कई इलाकों की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच चुकी है.

सामान्य से तीन गुना ज्यादा प्रदूषण एनसीआर में इस समय सामान्य से तीन गुणा से भी ज्यादा प्रदूषण मौजूद है. सीपीसीबी के मुताबिक, मंगलवार शाम चार बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 333 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का स्तर 218 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा. हवा में पीएम 10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है. इसके अनुसार, दिल्ली-एनसीआर की हवा में मानकों से तीन गुना से ज्यादा प्रदूषण मौजूद है.

दृश्यता का स्तर घटा स्मॉग के चलते दिल्ली में दृश्यता का स्तर भी प्रभावित हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, सुबह सफदरजंग और पालम मौसम केंद्र में दृश्यता का स्तर 500 मीटर तक रह गया. सामान्य तौर पर इसे दो हजार मीटर तक होना चाहिए.

प्रदूषक कणों का बिखराव बेहद धीमा मौसम विभाग के मुताबिक, इस समय वायुमंडल की ऊपरी सतह में हल्के बादल हैं, जबकि निचले स्तर पर स्मॉग है. प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा होने से हवा जहरीली बनी हुई है.

अभी राहत के आसार नहीं

राजधानी में अगले तीन दिन तक राहत मिलने के आसार कम हैं. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से तैयार वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक अगले तीन दिन हवा की गति सामान्य तौर पर आठ किलोमीटर से कम रहेगी. खासतौर पर सुबह के समय हवा एकदम शांत है. इससे भी प्रदूषक कणों का बिखराव नहीं हो रहा है.

एनसीआर के शहरों में गुरुग्राम सबसे प्रदूषित

एनसीआर के शहरों में भी मंगलवार को वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही. फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता का स्तर 384 जबकि गुरुग्राम में यह 386 अंक दर्ज किया गया. वहीं, नोएडा में एक्यूआई 364 अंक जबकि ग्रेटर नोएडा में यह 348 दर्ज किया गया. गाजियाबाद में यह 356 अंक रहा.