अमृतसर. पंजाब में पलारी जलाने के कई केस सामने आए हैं। इसके जलाने से एक तरफ प्रदूषण तो बढ़ता ही है, साथ में कई दुर्घटनाओं के होने की संभावना रहती है. लगातार प्रशासन लोगों को सचेत कर रही है लेकिन फिर भी लोग इस तरह ध्यान नहीं दे रहे हैं। अपनी सुविधा के अनुसार इसे जला रहे हैं जिसके कारण कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब प्रशासन ने इसे लेकर लोगों को समझाइश दी है और नहीं मानने पर जुर्माना ठोकने की बात कही है।
मात्र नौ दिनों में ही 51 पलारी जलाने के ढेरों केस सामने आ चुके हैं। प्रशासन ने 31 किसानों पर 67500 रुपये का जुर्माना लगाया है। अब देखने वाली बात यह है की इससे लोगों को कितनी सिख मिलती है। आपको बता दें की पलारी जलाने के मामले में अब तक 32,500 रुपये जुर्माना वसूला भी जा चुका है। जिले में पराली जलाने के ज्यादा केस अमृतसर-2 और मजीठा में सामने आ रहे हैं। जिले में 22 सितंबर तक अमृतसर-2 में 15, मजीठा में 15, अमृतसर-1 में आठ, बाबा बकाला में पांच, अजनाला में एक और लोपोके में एक केस सामने आया है।
पलारी जलाने से आसपास के एरिया में धुआं बढ़ता है और इससे प्रदूषण का पारा कई गुना बढ़ जाता है। इसके अलावा कुछ केस ऐसे भी देखने में आए हैं, जहां हाईवे से लगे खेतों में पलारी जलाने से धुंआ हुआ है और आसपास फैल जाता है। लोगों को यातायात करने में भी खासी दिक्कत होती है सड़कों पर फैला धुआं दुर्घटना का एक बड़ा कारण भी बन जाता है। हाल ही में एक ऐसी छोटी दुर्घटना भी सामने आई थी जिसमें धुआं फैलने के कारण टू व्हीलर आपस में टकरा गई थी।
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