अगर किसी भी काम को ठीक से ध्यान लगाकर किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है, वहीं ध्यान यानी एकाग्रता में कमी से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।बढ़ती उम्र के साथ यह समस्या होना एक आम बात है, लेकिन आजकल बच्चों में भी कमजोर एकाग्रता देखने को मिल रही है और इसका एक प्रमुख कारण आधुनिक जीवनशैली है।आइए एकाग्रता क्षमता को मजबूत करने के तरीके जानते हैं।
ध्यान भटकाने वाली चीजों से रहें दूर
अगर आपके सामने ध्यान भटकाने वाली चीजें होगीं तो कोई भी काम ढंग से नहीं हो पाएगा और रेडियो या टेलीविजन की आवाज, मोबाइल की नॉटिफिकेशन और बाहर का शोर आदि ध्यान भटकाने के कारक हैं।इससे निपटने के लिए और अपना ध्यान काम पर केंद्रित करने के लिए एक शांत जगह पर बैठें और मोबाइल को साइलेंट मोड पर रखें।साथ अपने पास रहने वाले लोगों से अनुरोध करें कि काम करते समय आपको कोई तंग न करें।
एक समय में एक काम पर ध्यान दें
एकाग्रता क्षमता को मजबूत करना है तो व्याकुलता को खत्म करना जरूरी है और अगर आप एक साथ एक ही समय पर कई काम करने की कोशिश करेगें तो आपकी व्याकुलता बढ़ेगी। साथ ही कोई भी काम ठीक तरीके से नहीं हो पाता।इसलिए एक समय में एक काम पर ही ध्यान केंद्रित करें। इससे आपका दिमाग इधर-उधर नहीं भटकेगा और काम भी बेहतर तरीके से होगा।
रोजाना करें एक्सरसाइज
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एक दूसरे पर निर्भर होते हैं।अगर आप रोजाना एक्सरसाइज करते हैं तो इससे न केवल शरीर को मजबूती मिलेगी, बल्कि दिमाग भी शांत रहेगी, जिससे एकाग्रता क्षमता भी बढ़ती है।लाभ के लिए रोजाना कुछ मिनट एरोबिक्स या मेडिटेशन का अभ्यास करें। साथ ही कुछ योगासन भी आप अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
कैफीन का सीमित सेवन करें
चाय या कॉफी जैसे कैफीन युक्त पेय का थोड़ी मात्रा में सेवन करने से कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा किसी भी चीज का सेवन क्षति का कारण बन सकता है।खासतौर से कैफीन एक ऐसा तत्व है, जिसकी सीमित मात्रा आपकी एकाग्रता क्षमता को सुधार सकती है, जबकि अधिक मात्रा का एकाग्रता पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।रोजाना दिनभर में 2 कप कैफीन युक्त पेय का सेवन करना काफी होता है।