रोहित कश्यप, मुंगेली. छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में एक गंभीर बीमारी से ग्रसित 16 वर्षीय बेटी के इलाज के लिए परिजनों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. पीड़ित बेटी के माता-पिता ने 4 साल से बेटी के इलाज में अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी, लेकिन उसके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ. अब डॉक्टरों ने उन्हें बीमार बेटी को तमिल नाडु के वेल्लूर में इलाज कराने की सलाह दी है. इसके लिए बेबस गरीब माता पिता की निगाहें अब प्रशासन की तरफ है.

दरअसल, मुंगेली जिले के एक छोटे से गांव केसतरा कि निवासी राजेश यादव का परिवार हंसते खेलते जीवन गुजर रहा था. लेकिन 4 साल पहले 8 दिसम्बर 2020 को अचानक उनकी बेटी भावना ऐसे बीमार हुई कि वह कभी सामान्य नहीं हो पाई. भावना 6वीं कक्षा में थी जब उसकी तबीयत बिगड़ी. वह बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी. 16 वर्ष की भावना बीते 4 साल से कोमा में है और जिंदगी की जंग लड़ रही है. उन्होंने अपनी बेटी के इलाज में अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी, लेकिन बेटी की हालत में सुधार नहीं हुआ.

डॉक्टरों ने बताया लाइलाज

राजेश यादव और उसकी पत्नी अपनी कोमा से पीड़ित बेटी की दिन-रात सेवा कर रहे हैं. भावना को पाइप के माध्यम से भोजन दिया जाता है. इसके साथ ही उसके इलाज के लिए कुछ जरूरी मशीनें भी परिजनों ने खरीदा हुआ है. डॉक्टरों ने भावना के ठीक होने को लेकर भी कुछ स्पष्ट नहीं किया है. डॉक्टरों ने उन्हें बीमार बेटी को तमिल नाडु के वेल्लूर में इलाज कराने की सलाह दी है. इसके लिए भी उन्हें आर्थिक मदद की बेहद आवश्यकता है.

चमत्कार की उम्मीद

बीमार बेटी के ठीक होने की उम्मीद में परिजनों ने कई मंदिर में माथा टेका, बागेशवर धाम तक पहुंचे, पर बेटी की हालत में सुधार नहीं हुआ. माता-पिता रात और दिन प्रार्थना कर रहे हैं कि अब कोई चमत्कार हो जाए. कोई उनकी परेशानी को समझ कर उनकी बेटी को नया जीवन देने में मदद कर दे. जिससे वो पहले की तरह ठीक हो जाए और परिवार में सबकुछ सामान्य हो जाए.

कलेक्टर ने दिया आश्वासन

इस मामले को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने मुंगेली कलेक्टर राहुल देव से बातचीत की. उन्होंने कहा कि वो CMHO के साथ उनके घर जाकर देखेंगे, उसके बाद वे भावना की मदद के लिए हर सम्भव कोशिश करेंगे. जिसके बाद CMHO के निर्देशन में मुंगेली के BMO डॉ ज्वाला प्रसाद कौशिक ने भावना यादव के घर जाकर उनका हालचाल जाना और उनके बीमारी के चल रहे उपचार को लेकर परिजनों से चर्चा की. मुंगेली स्वास्थ्य विभाग की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन उनके द्वारा दी गई.

BMO ने बीमारी के पीछ कई कारणों की जताई आशंका

वहीं BMO डॉ ज्वाला प्रसाद कौशिक ने भावना के बीमारी को लेकर बताया कि इंफेक्शन की वजह से उनके दिमाग और नस में सूजन है. जिसके चलते पैरालिसिस की समस्या भी उनको है. वहीं परिजन के बताए अनुसार BMO का कहना है कि भावना को पूर्व में डॉग बाईट की भी शिकायत है, इसके वजह से भी वर्तमान की गंभीर समस्या होने की आशंका बताई जा रही है.

सामाज सेवा संस्था ने की मदद

वहीं मुंगेली की एक निजी एक सामाजिक संस्था ‘प्रयास अ स्माल स्टेप’ ने पीड़ित परिवार को 31 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की है. इसके साथ ही संस्था ने लोगों से इस परिवार की मदद करने की अपील भी की है.

अब प्रसासन से आखिरी उम्मीद

आर्थिक तंगी और हालातों से बेबस यह परिवार ने अपनी हैसियत के अनुसार बीमार बेटी के इलाज के लिए हर सम्भव कोशिश की. लेकिन उचित इलाज के लिए अब इनके पास शासन से मदद के अलावा और कोई उपाय नहीं है. इसलिए उन्होंने लल्लूराम डॉटकॉम के जरिये सरकार से मदद मांगी है. उन्हें सरकार से उम्मीद है कि सरकार की मदद से वे अपनी बेटी भावना का उचित उपचार करा सकेंगे और वो अपने घर मे पहले की तरह मुस्कान बिखेर सकेगी.