PM Awas Yojna. देश में कई योजनाएं गरीबों के लिए चलाई जा रही है, लेकिन इसका लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा है. गरीब परिवार के लिए संचालित प्रधानमंत्री आवास को लेकर बड़ा धांधली सामने आया है. पीएम आवास गरीबों को मिलना था, लेकिन एक भाजपा नेता ने अपनी ही पत्नी को इसका लाभ दिलवा दिया.

यह भ्रष्टाचार का मामला यूपी के औरैया जिले का है. अजीतमल ब्लाक के प्रमुख और बीजेपी नेता अवनीश पांडेय का बड़ा कारनामा सामने आया है. ब्लाक प्रमुख रहते हुए उन्होंने ना केवल अपनी बीडीसी सदस्य पत्नी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया, बल्कि इस राशि से घर बनाने की जगह क्षेत्र में हो रहे विकास कार्य की फोटो वेबसाइट पर अपलोड कर दी. अब मामले का खुलासा होने के बाद ब्लाक प्रमुख ने इस योजना के तहत मिली राशि को वापस करने की बात कही है.

इसे भी पढ़ें – जवानी के नशे में सुध खो बैठी युवती, चढ़ा शादी का बुखार, लंदन में बसाना चाहती थी घर, ‘विदेशी प्रेमी’ ने विवाह से पहले किया ये कांड

आवास की जगह निर्माण कार्य की फोटो अपलोड

बता दें कि अजीतमल कस्बे के विद्या नगर निवासी भाजपा नेता एवं ब्लाक प्रमुख अवनीश पांडेय की पत्नी संध्या गांव सेऊपुर से क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं. साल 2019 में उन्होंने नगर पंचायत बाबरपुर-अजीतमल में प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था. उनके बैंक खाते में विभाग की तरफ से दो किस्तें (50 हजार व डेढ़ लाख रुपए) भी पहुंच गईं. उन्होंने खाते से रुपए निकाले भी, लेकिन आवास नहीं बनवाया. साथ ही अलग-अलग जगहों पर चल रहे निर्माण कार्य की फोटो कर्मचारी से पोर्टल पर अपलोड करा दी.

इसे भी पढ़ें – छुपाए नहीं छुप रहा भ्रष्टाचार : अयोध्या में लीपापोती के बाद फिर धंसा रामपथ, बैरियर लगाकर रोड किया बंद

इस मामले में बोले परियोजना अधिकारी

उधर, मामला तूल पकड़ते देख जिला प्रशासन ने भी जांच के आदेश दे दिए है. औरैया नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी और डूडा के परियोजना अधिकारी राम आसरे कमल के मुताबिक ब्लाक प्रमुख अवनीश पांडेय की पत्नी संध्या सेऊपुर गांव से बीडीसी सदस्य हैं. उन्होंने वर्ष 2019 में नगर पंचायत बाबरपुर-अजीतमल में प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था. चूंकि उनके पास गरीबी रेखा से नीचे का आय प्रमाणपत्र बना हुआ था, इसलिए उन्हें इस योजना का पात्र मानते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के पहली किश्त 50 हजार रुपये और दूसरी किश्त डेढ़ लाख रुपए जारी किए गए हैं. उन्होंने बताया कि अब मामले में गड़बड़ी की शिकायत के बाद मूल पत्रावली की जांच कराई जा रही है.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक