दिल्ली. पाकिस्तान में कुछ हो और हमे पता न चले ऐसा कभी हो सकता है क्या? आखिर पड़ोसी है अपना। पाकिस्तान की कोई भी खबर हो और भारत में सुर्खियां न बटोरे ऐसा तो हो ही नहीं सकता। इस बार भी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के गधों को लेकर मीडिया रिपोर्ट का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
दरअसल, बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनते ही लाहौर में गधों की तादाद में इजाफा हो रहा है। साथ ही गधों को बीमारी से महफूज रखने के लिए प्रशासन ने गधों का अस्पताल भी बनाया है। जहां उनका मुफ्त में इलाज किया जाता है और उनकी हर जरूरत को पूरा किया जाता है।
पाकिस्तान के पंजाब में गधों के इलाज के लिए एक अस्पताल खोला गया है, जहां इनका फ्री में इलाज किया जाता है। पाकिस्तान इकोनॉमिक सर्वे 2017-2018 में दी गई जानकारी के मुताबिक गधों की संख्या 53 लाख पहुंच गई है। पाकिस्तान के पंजाब लाइवस्टोक डिपार्टमेंट के आंकड़ों के मुताबिक अकेले लाहौर में ही गधों की संख्या41 हजार के पार है। पाकिस्तान गधों की तादाद के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा देश है। हालांकि पाक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गधों के मामले में चीन और इथोपिया अब भी पाकिस्तान से आगे हैं।
पाकिस्तानी जियो न्यूज के पत्रकार हामिद मीर ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक रिपोर्टर गधे के डांस का आनंद लेते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिख रहे रिपोर्टर का नाम अमीन हफीज बताया जा रहा है। रिपोर्टर अमीन हफीज ने गधों के मालिक से भी बातचीत की हैं।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में माल ढोने के लिए ज्यादातर गधों का इस्तेमाल किया जाता है। सिर्फ 25 से 30 हजार रुपए में आने वाला गधा एक दिन में अपने मालिक को एक हजार रुपए कमाकर देता है। अस्पताल खुलने से गधों का कारोबार चमक उठा है और गधों के मालिक काफी खुश हैं।
रिपोर्टर के मुताबिक, गधा चार साल की उम्र में कमाई का जरिया बन जाता है। जबकि गधों के अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने बताया कि गधों के लिए पहली बार पाकिस्तान में एक अलग अस्पताल बनाया गया है। गधों को जरूरतमंद दवाइयां पिलाई जा रही हैं, जिससे गधे सेहतमंद रहेंगे।
बजरंगी भाईजान के चांद मोहम्मद की तरह ही पाकिस्तान के रिपोर्टर अमीन हफीज ने भी गधों पर की गई अपनी इस रिपोर्ट को दिखाया है, वो गंधे पर बैठकर रिपोर्टिंग कर रहे थे तो गधा अचानक डांस करने लगा, अमीन हफीज भी डांस का आनंद ले रहे थे। रिपोर्टर अमीन हफीज की गधों पर की गई यह कवरेज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। लोग उनकी इस शानदार रिपोर्टिंग को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहें हैं।
पाकिस्तान ने 2017 में देश में ‘गधा विकास कार्यक्रम’ में अरबों रुपये का निवेश किया। दरअसल, ये निवेश खैबर-पख्तूनख्वाह में चीन के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए किया गया है। पाकिस्तान पंजाब की एक रिपोर्ट के अनुसार गधे के निर्यात से मिलने वाली आय का सकल राष्ट्रीय उत्पाद का अहम हिस्सा है। पाकिस्तान में 2015-16 के दौरान गधों की संख्या 51 लाख थी, वहीं 2016-17 में ये संख्या बढ़ कर 52 लाख और 2017-18 में इनकी संख्या बढ़ कर 53 लाख हो गई।
चीन में गधे के मांस की भी काफी मांग है। भारी मांग और उत्पादन कम होने की वजह से चीन को पाकिस्तान जैसे देशों की ओर रुख करना पड़ रहा है। चीन में गधों की खाल को काफी उपयोगी माना जाता है। गधे की खाल से जिलेटिन बनता है। इसे चीन में इजीयो भी कहते है। पुराने समय से इसका उपयोग ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाने वाली चीनी दवाई के तौर पर किया जाता है।